मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन के विकास कार्य के तहत मंदिर तोड़े जाने के विरोध में मंगलवार को हिंदू संगठनों ने मुजफ्फरपुर जंक्शन परिसर में प्रदर्शन किया. विश्व हिंदू परिषद, बजरंग दल और अंतरराष्ट्रीय सनातन हिंदू वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने रेलवे प्रशासन से पुराने स्थान पर मंदिर के पुनर्निर्माण की मांग की. प्रदर्शनकारियों ने रेलवे ट्रैक के बीच स्थित मस्जिद को हटाने की भी मांग की.
रेलवे प्रशासन द्वारा स्टेशन के मुख्य द्वार पर स्थित सौ साल पुराने हनुमान मंदिर को तोड़े जाने से हिंदू संगठनों में आक्रोश है. संगठनों का कहना है कि अगर मंदिर हटाया गया, तो रेलवे ट्रैक के बीच बनी मस्जिद को भी हटाया जाना चाहिए.
मंदिर तोड़े जाने के विरोध में हिंदू संगठनों का प्रदर्शन
प्रदर्शन के दौरान जंक्शन परिसर पुलिस छावनी में तब्दील रहा. बड़ी संख्या में पुलिस, जीआरपी और आरपीएफ के जवान तैनात किए गए. इस बीच, प्रदर्शनकारियों की रेलवे अधिकारियों से तीखी बहस हुई. उन्होंने रेलवे प्रशासन से मूर्तियों को हटाने की अनुमति से जुड़े दस्तावेज दिखाने की मांग की.
अंतरराष्ट्रीय सनातन हिंदू वाहिनी के अध्यक्ष आचार्य चंद किशोर पाराशर ने कहा कि अगर दस दिनों के अंदर मांगें नहीं मानी गईं, तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा. रेलवे अधिकारियों को ज्ञापन सौंप दिया गया है. संगठनों ने स्पष्ट किया कि जहां मंदिर था, वहीं पुनः मंदिर का निर्माण किया जाए और देवी-देवताओं की मूर्तियों को फिर से स्थापित किया जाए.
रेलवे ट्रैक के बीच स्थित मस्जिद को हटाने की मांग
रेलवे प्रशासन की तरफ से इस मुद्दे पर कोई स्पष्ट जवाब नहीं दिया गया है. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि अगर मांगें नहीं मानी गईं, तो आगे उग्र आंदोलन होगा.