बिहार के नवादा जिले में दबंगों ने एक दलित टोला के घरों को आग के हवाले कर दिया. दबंगों ने पहले फायरिंग की और फिर पेट्रोल छिड़ककर सभी घरों में आग लगा दी. गांव वालों का कहना है कि करीब 80 घरों को जला दिया गया. हालांकि पुलिस का कहना है दबंगों ने 21 घरों में आग लगाई. आजतक की टीम ने ग्राउंड जीरो पर पहुंचकर इस गांव के पीड़ितों से बातचीत की, जिसमें उन्होंने आपबीती सुनाई.
नवादा की जिस कृष्णा नगर दलित बस्ती को आग में झोंका गया, उस गांव की रहने वाली सुनीता ने बताया कि जब वो लोग आए तो हम रोटी पका रहे थे. उन्होंने आजतक से बात करते हुए कहा, "हमारा बच्चा हैंडपंप पर था. जब वो आए तो बोला कि पकड़ो-पकड़ो लड़की जा रहा है. लड़की दुपट्टा छोड़ दिया और भाग गया. हम लोग के बच्चा जैसे-तैसे भागा है. वो सब कोई अनाज, पानी, रुपया-पैसा, आधार कार्ड, वोटर कार्ड सब कुछ जला दिया. एक ही मोबाइल था वो भी ले लिया. कहा कि जाओ नहीं तो हम लोग आपको भी जला देंगे. उसके बाद जान के खतरे से भाग गए. जहां-तहां बाल बच्चे को लेकर छिप गए. कोई भी हम लोग के साथ नहीं था."
गांव की एक और महिला ने बताया कि वो चिल्लाते हुए आ रहे थे कि घर खाली कर दो. उन्होंने हमें घर से बाहर निकाल दिया और उसमें से कुछ निकालने भी नहीं दिया. हमारा सब कुछ बर्बाद हो गया. अब हम कहां जाएंगे और कहां रहेंगे.
पहले फायरिंग की, फिर आग लगाई: पीड़ित
गांव के ही रहने वाले गौतम कुमार ने बताया कि उन लोगों ने गांव में घुसते ही फायरिंग शुरू कर दी. उन्होंने कहा, "वो करीब 100 लोग थे. हम यहीं पास में ही बैठे हुए थे. उसके बाद जब भगदड़ मची तो उन्होंने पेट्रोल डालकर सभी घरों में आग लगा दी. उसके बाद जब हमने बच्चों को देखा तो 100 बच्चों को ले जाकर हमने छिपाया. उसके बाद प्रशासन को फोन किया गया. उसके बाद भी वो आए और उन पर जब फायरिंग किया तो चले गए. एसपी साहब को फोन किया तो वो बोले हम रिजर्व फोर्स को भेज रहे हैं. पुलिस फोर्स यहां एक-डेढ़ घंटे बाद आई है."
'डबल इंजन सरकार के जंगलराज का एक और प्रमाण', नवादा की घटना पर बोले खड़गे, JDU-BJP का पलटवार
आज सुबह कारतूस के खोखे भी हुए बरामद
गांव वाले बुधवार रात से ही दावे कर रहे हैं कि दबंगों ने पहले हवाई फायरिंग की थी और उसके बाद पेट्रोल डालकर घरों में आग लगाई. लेकिन नवादा पुलिस अधीक्षक ने कहा कि उनकी टीम को कारतूस के खाली खोखे नहीं मिले, इसलिए फायरिंग की बात को अबतक सही नहीं माना जा सकता. हालांकि गुरुवार की सुबह गोलियों के खोखे भी बरामद हो गए हैं. इससे एक बात तो क्लीयर हो जाती है कि वो हथियारबंद थे और फायरिंग का आरोप सही साबित होते हुए दिखाई दे रहा है.
राहुल गांधी बोले- बहुजनों के विरुद्ध अन्याय की डरावनी तस्वीर
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने कहा कि नवादा की घटना बिहार में बहुजनों के विरुद्ध अन्याय की डरावनी तस्वीर उजागर कर रही है. उन्होंने 'X' पर कहा, "भाजपा और NDA के सहयोगी दलों के नेतृत्व में ऐसे अराजक तत्व शरण पाते हैं - भारत के बहुजनों को डराते हैं, दबाते हैं, ताकि वो अपने सामाजिक और संवैधानिक अधिकार भी न मांग पाएं और प्रधानमंत्री का मौन इस बड़े षड़यंत्र पर स्वीकृति की मोहर है."
राहुल गांधी ने आगे कहा कि बिहार सरकार और राज्य पुलिस को इस शर्मनाक अपराध के सभी दोषियों के खिलाफ त्वरित और सख्त कार्रवाई कर पीड़ित परिवारों का पुनर्वास करा कर उन्हें पूर्ण न्याय दिलाना चाहिए."
कांग्रेस अध्यक्ष बोले- डबल इंजन सरकार में जंगलराज का प्रमाण
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि नवादा में महादलित टोला पर दबंगों का आतंक एनडीए की डबल इंजन सरकार के जंगलराज का एक और प्रमाण है. उन्होंने कहा, "बेहद निंदनीय है कि करीब 100 दलित घरों में आग लगाई गई, गोलीबारी की गई और रात के अंधेरे में गरीब परिवारों का सब कुछ छीन लिया गया. भाजपा और उसके सहयोगी दलों की दलितों-वंचितों के प्रति घोर उदासीनता, आपराधिक उपेक्षा व असामाजिक तत्वों को बढ़ावा अब चरम पर है."
खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को घेरते हुए कहा, "प्रधानमंत्री मोदी जी हमेशा की तरह मौन हैं, नीतीश जी सत्ता के लोभ में बेफिक्र हैं और NDA की सहयोगी पार्टियों के मुंह में दही जम गया है."
प्रियंका बोलीं- प्रदेश में कानून-व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने इस घटना को बेहद खौफनाक और निंदनीय बताया है. उन्होंने कहा, "दर्जनों राउंड फायरिंग करते हुए इतने बड़े पैमाने पर आतंक मचाकर लोगों को बेघर कर देना यह दिखाता है कि प्रदेश में कानून-व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है. आम ग्रामीण-गरीब असुरक्षा और खौफ के साये में जीने को मजबूर हैं. मेरी राज्य सरकार से मांग है कि ऐसा अन्याय करने वाले दबंगों पर सख्त कार्रवाई हो और सभी पीड़ितों का समुचित पुनर्वास किया जाए."
बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव का बयान आया है. तेजस्वी ने इस घटना की तुलना महा जंगलराज, महा दानवराज, महा राक्षसराज से की है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर लिखा, "महा जंगलराज महा दानवराज महा राक्षसराज. नवादा में दलितों के 100 से अधिक घरों में लगाई आग. नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार के राज में बिहार में आग ही आग. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बेफिक्र, NDA के सहयोगी दल बेखबर. गरीब जले, मरे-इन्हें क्या? दलितों पर अत्याचार बर्दाश्त नहीं होगा."
भूमि विवाद का मामला: जेडीयू
वहीं जेडीयू एमएलसी नीरज कुमार ने कहा कि प्रथम दृष्टयता यह मामला भूमि विवाद का लगता है. घटना के 20 मिनट बाद ही पुलिस और प्रशासन मौके पर पहुंच गया. पुलिस सभी पहलुओं की जांच कर रही है. घटना में किसी के घायल होने की कोई सूचना नहीं है. उन्होंने कहा कि सरकार सामाजिक समरसता बिगड़ने के किसी भी प्रयास को सफल नहीं होने देगी.
बिहार को अस्थिर करने की साजिश: जनक राम
बिहार सरकार में मंत्री जनक राम ने नवादा की घटना को महागठबंधन की साजिश बताया है. उन्होंने कहा कि बिहार जिस तरह विकास कर रहा है, उसे और अस्थिर करने के लिए इस तरह की साजिश रची जा रही है. महागठबंधन का चाल चरित्र बिहार के लोग जानते हैं.
जनक राम ने कहा, "जिस तरह तेजस्वी यादव के माता-पिता के शासनकाल में समाज के अंदर नफरत फैलाया गया, अगड़ा और पिछड़ा की लड़ाई की गई. एक बार फिर उसी को हवा देने की कोशिश हो रही है. दलितों को निशाना बनाया जा रहा है. दलितों का घर जलाकर उनमें दहशत फैलाई जा रही है, लेकिन किसी को भी डरने की जरूरत नहीं है. बिहार में नीतीश कुमार की सुशासन वाली सरकार है और जो भी दोषी हैं उन पर तुरंत एक्शन होगा."
नवादा में क्या हुआ था?
नवादा के मुफस्सिल थाना इलाके के ननौरा के पास स्थित कृष्णा नगर दलित बस्ती की है. गांव में जमीन के एक हिस्से पर फिलहाल दलित परिवारों का हिस्सा है. इस जमीन पर कब्जे को लेकर दूसरे पक्ष से विवाद चल रहा है. मामले की सुनवाई अधिकारियों के पास चल रही है. पीड़ित परिवारों का आरोप है कि बुधवार की शाम अचानक दबंगों ने हमला कर दिया. मारपीट और फायरिंग के बाद उनके घरों में आग लगा दी गई.
बिहार के नवादा में दबंगों का तांडव, फायरिंग के बाद दलितों के 80 घर फूंके, गांव में पुलिस फोर्स तैनात
नवादा के एसपी ने क्या बताया?
एसपी अभिनव धीमान ने बताया, "बुधवार शाम करीब 7 बजे ये सूचना मिली थी कि यहां कुछ व्यक्तियों द्वारा घरों को जलाया गया है. शुरुआत में दावा किया गया था कि 40-50 घर जलाए गए, लेकिन हमारे सर्व में 21 घरों में ही आग लगाई गई थी. इसके अलावा इस घटना में किसी की मौत की सूचना सामने नहीं आई है और न ही किसी की ऐसी बॉडी मिली है. इस मामले में मुख्य आरोपी समेत 10 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. पूरे गांव में पुलिस फोर्स तैनात है."