जाली नोट तस्करी के मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने बिहार में लगातार दूसरे दिन बड़ी कार्रवाई की है. NIA की टीम ने छापेमारी कर एक युवक को गिरफ्तार किया. छापेमारी के दौरान मौके से लैपटॉप, प्रिंटर, जाली नोट छापने वाला ब्लैक पेपर और चार्जर बरामद किया गया है. जांच एजेंसी को सूचना मिली थी कि यह गिरोह बड़े पैमाने पर नकली नोट छापने और उसकी तस्करी में शामिल है.
जानकारी के अनुसार, यह मामला खगड़िया जिले के गोगरी थाना क्षेत्र के राटन गांव का है. एनआईए की टीम ने जिस युवक को गिरफ्तार कियाहै, उसकी पहचान मोहम्मद फिरदौस के रूप में हुई है, जो राटन गांव का रहने वाला है. टीम ने गहन पूछताछ के बाद उसे गिरफ्तार किया और आगे की जांच शुरू की.
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इस पूरी कार्रवाई के दौरान गोगरी थाना की पुलिस भी NIA की टीम के साथ मौजूद थी. खगड़िया के एसपी राकेश कुमार ने कहा की कि NIA की टीम ने गोगरी थाना क्षेत्र में छापेमारी की थी और स्थानीय पुलिस ने उन्हें सहयोग दिया. अभी तक इस छापेमारी में किसी की गिरफ्तारी या सामान जब्त किए जाने की स्पष्ट जानकारी नहीं मिली है.
गौरतलब है कि NIA ने 19 फरवरी को भी पटना, पूर्वी चंपारण, भागलपुर और भोजपुर में जाली नोट तस्करी मामले में छापेमारी की थी. इस दौरान कई संदिग्धों की गिरफ्तारी हुई थी. बिहार में लगातार हो रही इस तरह की कार्रवाई से यह स्पष्ट है कि जाली नोटों का नेटवर्क राज्य में सक्रिय है, जिसे तोड़ने के लिए जांच एजेंसियां सतर्क हो गई हैं.
NIA की टीम अब यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि जाली नोट तस्करी के इस गिरोह के तार कहां तक जुड़े हुए हैं. बरामद इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की फॉरेंसिक जांच कर यह पता लगाया जाएगा कि नकली नोटों की छपाई और सप्लाई किन लोगों तक पहुंच रही थी. जांच एजेंसी अन्य संभावित ठिकानों पर भी छापेमारी कर सकती है.