बिहार के जमुई जिले में बालू माफियाओं के हौसले इतने बुलंद हो चुके हैं कि अब वे पुलिस टीम पर भी जानलेवा हमले करने से नहीं डर रहे. शनिवार को मलयपुर थाना क्षेत्र के पतौना नदी घाट पर पुलिस की एक टीम अवैध बालू खनन रोकने के लिए पहुंची थी, लेकिन वहां मौजूद बालू माफियाओं के गुर्गों ने पुलिस पर अचानक गोलीबारी शुरू कर दी. जवाबी कार्रवाई में पुलिस को भी फायरिंग करनी पड़ी. इस घटना में दोनों ओर से करीब 15 राउंड गोलियां चलीं. हालांकि, किसी के हताहत होने की कोई सूचना नहीं है.
दरअसल, शनिवार सुबह करीब 10 बजे मलयपुर थाना पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि पतौना नदी घाट क्षेत्र में बालू माफिया अवैध खनन कर रहे हैं. इस पर पुलिस टीम तुरंत वहां पहुंची और देखा कि कुछ लोग ट्रैक्टरों से अवैध रूप से बालू निकाल रहे थे. पुलिस ने जब उन्हें रोकने की कोशिश की और ट्रैक्टर जब्त करने लगी, तो बालू माफिया भड़क गए. फिर पुलिस से उलझ पड़े. कुछ ही देर बाद उन्होंने पुलिस टीम पर गोलियां चला दीं.
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पुलिस की जवाबी कार्रवाई
माफियाओं द्वारा अचानक फायरिंग शुरू करने पर पुलिस को भी आत्मरक्षा में जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी. पुलिस ने करीब पांच राउंड फायरिंग की, जिसके बाद बालू माफिया वहां से भाग निकले. हमलावर अपने ट्रैक्टर और अन्य वाहनों को लेकर फरार होने लगे, लेकिन पुलिस ने पीछा कर एक ट्रैक्टर को जब्त कर लिया. हालांकि, ट्रैक्टर का चालक मौके से फरार हो गया.
पुलिस की छापेमारी जारी
घटना की गंभीरता को देखते हुए एसडीपीओ सतीश सुमन मौके पर पहुंचे और पूरे मामले की जांच शुरू कर दी. उन्होंने बताया कि बालू माफियाओं के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है और उनकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है. साथ ही अवैध खनन रोकने के लिए घाटों पर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है.
पुलिस का बयान
एसडीपीओ सतीश सुमन ने बताया, अवैध खनन के खिलाफ हमारी कार्रवाई लगातार जारी है. शनिवार को मलयपुर थाना की पुलिस टीम जब अवैध रूप से बालू खनन कर रहे लोगों को पकड़ने गई, तो बालू माफिया ने करीब 10 राउंड फायरिंग की. जवाब में पुलिस को भी आत्मरक्षा पांच राउंड फायरिंग करनी पड़ी. इस घटना के बाद एक ट्रैक्टर जब्त किया गया है और आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए सघन छापेमारी की जा रही है. फिलहाल स्थिति सामान्य है. लेकिन अवैध खनन करने वाले इलाकों में पुलिस की तैनाती बढ़ा दी गई है.