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'बीजेपी के साथ चुनाव लड़ेंगे नीतीश कुमार, लेकिन बाद में बदल सकते हैं पाला', प्रशांत किशोर का बड़ा दावा

जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार एक बार फिर मुख्यमंत्री बनने की कोशिश करेंगे, लेकिन उनकी लोकप्रियता इस कदर गिर चुकी है कि चाहे वे किसी भी गठबंधन में जाएं, जनता अब उन्हें पांचवीं बार मुख्यमंत्री का मौका नहीं देगी.

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प्रशांत किशोर
प्रशांत किशोर

चुनावी रणनीतिकार से नेता बने प्रशांत किशोर ने एक बार फिर बिहार की राजनीति में हलचल मचा दी है. पश्चिम चंपारण जिले में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में प्रशांत किशोर ने दावा किया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आगामी विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ेंगे, लेकिन नतीजों के बाद वे फिर से पाला बदल सकते .

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जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश कुमार एक बार फिर मुख्यमंत्री बनने की कोशिश करेंगे, लेकिन उनकी लोकप्रियता इस कदर गिर चुकी है कि चाहे वे किसी भी गठबंधन में जाएं, जनता अब उन्हें पांचवीं बार मुख्यमंत्री का मौका नहीं देगी. प्रशांत किशोर ने कहा कि कोई भी मुख्यमंत्री बन सकता है, लेकिन नीतीश कुमार नहीं. ये बात आप लिखकर रख लीजिए. अगर मेरा ये दावा गलत साबित हुआ तो मैं अपनी राजनीतिक यात्रा वहीं खत्म कर दूंगा.

बीजेपी द्वारा नीतीश कुमार को एनडीए का मुख्यमंत्री चेहरा घोषित न करने की अटकलों पर प्रशांत किशोर ने कहा कि नीतीश बीजेपी के साथ ही चुनाव लड़ेंगे. 2015 को छोड़कर उन्होंने हमेशा बीजेपी के साथ ही चुनाव लड़ा है, और 2015 में भी मैंने खुद उनकी चुनावी रणनीति संभाली थी.

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'चुनाव में जेडीयू की स्थिति बेहद खराब रहेगी'

प्रशांत किशोर ने ये भी कहा कि बीजेपी नीतीश की गिरती लोकप्रियता के कारण उन्हें अपना मुख्यमंत्री चेहरा घोषित करने से बच रही है. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को चुनौती दी कि अगर हिम्मत है तो घोषणा करें कि नीतीश पूरे 5 साल के लिए मुख्यमंत्री रहेंगे. प्रशांत किशोर ने कहा कि अगर ऐसा किया गया तो बीजेपी को सीटें जीतना मुश्किल हो जाएगा. प्रशांत किशोर ने दावा किया कि इस बार जेडीयू की स्थिति बेहद खराब रहने वाली है. उन्होंने कहा कि अगर नतीजे नीतीश के खिलाफ आए तो वो फिर पाला बदलने की कोशिश कर सकते हैं, लेकिन इस बार जेडीयू इतनी कम सीटें जीतेगी कि नीतीश को किसी भी गठबंधन में मुख्यमंत्री पद नहीं मिलने वाला.

नीतीश की सेहत और मानसिक स्थिति पर भी उठाए सवाल

जन सुराज पार्टी के प्रमुख प्रशांत किशोर ने नीतीश कुमार की सेहत और मानसिक स्थिति पर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार शारीरिक रूप से थक चुके हैं और मानसिक रूप से रिटायर हो चुके हैं. ये मैं नहीं, बल्कि बीजेपी के दिवंगत नेता सुशील मोदी खुद कह चुके थे कि नीतीश कुमार गंभीर मानसिक बीमारी से जूझ रहे हैं. उन्होंने दावा किया कि मैं लगातार चुनौती देता आ रहा हूं कि बिना कागज़ देखे नीतीश अपने मंत्रियों के नाम बता दें या जिस जिले में दौरा कर रहे हैं उसका नाम बोल दें, तो समझूंगा. अफसरों की मदद के बिना उन्हें कुछ याद नहीं रहता. ऐसी मानसिक स्थिति में उनका बिहार पर शासन करना दुर्भाग्यपूर्ण है.

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पीएम मोदी के पैर छूने का मुद्दा भी उठाया

प्रशांत किशोर ने नीतीश द्वारा पिछले साल पीएम मोदी के पैर छूने का मुद्दा भी उठाया. उन्होंने कहा कि अगर मोदी जी के लिए इतनी श्रद्धा थी तो निजी तौर पर पैर छू सकते थे. सार्वजनिक रूप से ऐसा करना सिर्फ कुर्सी बचाने के लिए चापलूसी है. उन्होंने सवाल किया कि अगर नीतीश कुमार की बीजेपी में इतनी पकड़ है, तो बिहार की बंद पड़ी शुगर मिलों को चालू करवाने की हिम्मत क्यों नहीं दिखाते?

बीजेपी और कांग्रेस पर भी साधा निशाना

जन सुराज पार्टी प्रमुख किशोर ने कहा कि उनकी पार्टी बिहार को उस राजनीतिक दलदल से निकालने के लिए चुनाव लड़ेगी, जिसमें नीतीश कुमार और लालू यादव जैसे नेताओं ने दशकों से राज्य को फंसा रखा है. उन्होंने बीजेपी और कांग्रेस पर भी निशाना साधा और कहा कि बीजेपी और कांग्रेस भी बिहार की बदहाली के लिए उतनी ही जिम्मेदार हैं, क्योंकि इन्होंने लालू प्रसाद को सत्ता में बनाए रखने में मदद की.

बिहार में शराबबंदी को लेकर बीजेपी को घेरा

बिहार में शराबबंदी को लेकर भी प्रशांत किशोर ने बीजेपी को घेरा. उन्होंने कहा कि बीजेपी की दोहरी नीति का इससे बड़ा उदाहरण क्या होगा कि बिहार में शराबबंदी का समर्थन करती है, लेकिन उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ से ऐसा करने को क्यों नहीं कहती? बिहार में सिर्फ मुफ्त राशन और शराबबंदी से विकास नहीं होगा. दूसरे राज्यों में निवेश और उद्योगों की बात होती है, लेकिन बिहार में सिर्फ दिखावे की योजनाएं चलती हैं.

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