
बिहार सरकार के पूर्व काबीना मंत्री श्याम रजक ने राष्ट्रीय जनता दल (RJD) को अलविदा कह दिया है. इसके साथ ही उन्होंने महासचिव के पद के भी इस्तीफा दे दिया है. श्याम रजक 2020 में हुए बिहार विधानसभा चुनाव से पहले जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) छोड़कर आरजेडी में शामिल हुए थे. हालांकि एक बार फिर उनके नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड में शामिल होने की अटकलें हैं.
श्याम रजक ने अपने इस्तीफे में शतरंज और मोहरों का जिक्र करते हुए एक गहरा मैसेज दिया है. उन्होंने कहा कि मैं शतरंज का एक्सपर्ट खिलाड़ी नहीं था. इसलिए धोखा खा गया.
श्याम रजक ने अपना इस्तीफा देते हुए लिखा कि मैं राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय महासचिव और दल की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र दे रहा हूं. इसके साथ ही उन्होंने एक मैसेज भी दिया, इसमें लिखा कि ''मैं शतरंज का शौकीन नहीं था, इसलिए धोखा खा गया, आप मोहरे चल रहे थे, मैं रिश्तेदारी निभा रहा था.''
श्याम रजक ने कहा कि फुलवारी शरीफ का जो विकास होना चाहिए था, वो नहीं हुआ, इसका मुझे दुख है, जनता को भी इसका दुख है. मेरी पहुंच फुलवारी शरीफ की जनता की रसोई तक थी. लेकिन वहां का विकास न होने का मलाल है.
श्याम रजक ने कहा कि मैं ईमानदारी से राजनीति करता हूं, मैं कल तक आरजेडी का सदस्य था तो दूसरी पार्टी के बारे में विचार करना भी मेरे लिए पाप था. आज मैंने इस्तीफा दिया है, मेरे पास सारे विकल्प खुले हुए हैं. मैं अपने विजन को मंजिल तक पहुंचाने के लिए किस दल के साथ काम करूं इस पर विचार करूंगा.
उन्होंने कहा कि मैं इसके लिए एक सप्ताह का समय लूंगा. इस बारे में विचार-विमर्श करूंगा कि फुलवारी शरीफ के विकास के लिए कौन सा दल ज्यादा कारगर साबित हो सकता है. श्याम रजक ने कहा कि अगर इसका फैसला नहीं हो पाया तो वह राजनीति से संन्यास भी ले सकते हैं.