AIMIM सीवान प्रमुख आरिफ जमाल की निर्मम हत्या के बाद कुतुब छपरा गांव में तनाव बना हुआ है और उनके पैतृक आवास पर परिवार और दोस्तों का तांता लगा है. सीवान पुलिस द्वारा अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं की गयी है. आरिफ की शनिवार रात उनके फास्ट फूड स्टॉल पर बाइक सवार हथियारबंद हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी. उनके परिवार में उनकी पत्नी और तीन छोटे बच्चे हैं.
आरिफ के बेटे अलकमा आरिफ ने इंडियाटुडे को बताया कि तीन हथियारबंद हमलावर फास्ट फूड स्टाल पर आए और गोलियां चला दीं. घटना को याद करते हुए अल्कामा ने कहा, 'उन्होंने मफलर पहना था और ऐसा लग रहा था जैसे वे मेरे पिता के दोस्त हों. उन्होंने गोलियां चलाईं और उसी मोटरसाइकिल से तेजी से भाग गए.
'एक भी डॉक्टर ड्यूटी पर नहीं थे'
आरिफ की भाभी नसीमा जमाल ने इस हत्या में शामिल लोगों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की. उन्होंने सीवान के सदर अस्पताल की कार्यप्रणाली पर गंभीर आरोप लगाते हुए दावा किया कि शनिवार को जब आरिफ को इलाज के लिए वहां ले जाया गया तो वहां एक भी डॉक्टर ड्यूटी पर नहीं थे. उन्होंने सरकार से आरिफ के बच्चों के लिए मुआवजा सुनिश्चित करने की भी गुहार लगाई.
यूपी के गोरखपुर किया गया रेफर
सीवान पुलिस द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार, शनिवार रात करीब 8.40 बजे बाइक सवार हथियारबंद हमलावरों द्वारा आरिफ पर गोलियां चलाने के बाद आरिफ के पेट में गोली लगी, जिससे वह घायल हो गए. खून से लथपथ आरिफ को सीवान के सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां से उन्हें बेहतर चिकित्सा सहायता के लिए यूपी के गोरखपुर रेफर कर दिया गया. हालांकि, आरिफ ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया.
एसआईटी का गठन
जबकि परिवार द्वारा स्थानीय पुलिस स्टेशन में लिखित शिकायत सौंपने के बाद औपचारिक प्राथमिकी दर्ज की जाएगी. सीवान पुलिस प्रशासन ने मामले की जांच के लिए एक एसआईटी का गठन किया है. एआईएमआईएम के प्रवक्ता आदिल हसन ने आरिफ की हत्या को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए जिला प्रशासन से त्वरित कार्रवाई की मांग की. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन को आत्ममंथन करना चाहिए.