बिहार में कल नीतीश सरकार को फ्लोर टेस्ट से गुजरना होगा. इसमें अब 24 घंटे से भी कम समय बचा है. वहीं, बहुमत परीक्षण से पहले RJD का कहना है कि कल के दिन का पूरे बिहार को इंतजार है. कल खेला होगा. तेजस्वी यादव के सरकारी आवास में सभी 79 विधायक मौजूद हैं. आरजेडी का कहना है कि महागठबंधन पूरी तरह से एकजुट है. वहीं, कांग्रेस के विधायक आज शाम तक तेलंगाना से बिहार वापस लौट आएंगे. कांग्रेस विधायकों का विमान आज शाम 5 बजे तक पटना एयरपोर्ट पर लैंड करेगा और वे यहां से सीधे तेजस्वी यादव के आवास के लिए रवाना होंगे. कांग्रेस के पास केवल 19 विधायक हैं. विश्वास मत से पहले टूट की आशंका के चलते कांग्रेस ने अपने विधायकों को हैदराबाद भेज दिया था.
कांग्रेस विधायक सोमवार तक आरजेडी और लेफ्ट पार्टियों के विधायकों के साथ तेजस्वी यादव के सरकारी बंगले 5, देशरत्न मार्ग पर रहेंगे. आरजेडी राजद विधायक आज दोपहर के भोजन के लिए तेजस्वी यादव के आवास पर पहुंचे, विधायकों को विश्वास मत तक वहीं रुकने के लिए कहा गया है. लिहाजा तेजस्वी यादव के आवास पर विधायक शतरंज और क्रिकेट खेल रहे हैं. तेजस्वी के आवास से एक वीडियो भी सामने आया है.
आरजेडी सांसद मनोज झा ने कहा कि संबंधित विधायकों ने अगले 48 घंटे एक साथ रहने के लिए कहा गया है और वे तेजस्वी के आवास के अंदर एक साथ क्वालिटी टाइम बिता रहे हैं. उन्होंने दावा किया कि आरजेडी विधायक अंताक्षरी खेल रहे हैं.
बीजेपी बोली- डरी हुई है आऱजेडी
सोमवार को बजट सत्र में फ्लोर टेस्ट से पहले मंत्री श्रवण कुमार के आवास पर कल जदयू विधायकों के लिए दोपहर के भोजन का आयोजन किया गया था. दिलचस्प बात ये है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी यहां आए लेकिन उन्होंने वहां ज्यादा समय नहीं बिताया. वहीं, बीजेपी ने दावा किया कि दलबदल के डर से राजद ने उसके विधायकों का 'किडनैप' कर लिया है. वहीं, जेडीयू विधायकों की बैठक मंत्री विजय कुमार चौधरी के आवास पर होनी है. इसे लेकर विधायकों के आने का सिलसिला शुरू हो गया है.
डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने किया ये दावा
बिहार के डिप्टी सीएम विजय कुमार सिन्हा ने राजद के 'खेला होगा' वाले दावे पर कहा, 'वे (आरजेडी) डरे हुए हैं. वे जानते हैं कि उनके विधायक कभी भी उनका साथ छोड़ सकते हैं, क्योंकि वे (विधायक) वंशवादी और भ्रष्ट राजनीति से तंग आ चुके हैं. विधायकों को मजबूर बनाकर रखना लोकतंत्र को कमजोर करता है. जिन्होंने बिहारी को एक तरह की गाली बना दिया, 21वीं सदी में लोग उनसे आगे देखने लगे हैं'.
फ्लोर टेस्ट के पहले ये अहम फैसला
फ्लोर टेस्ट के पहले बिहार के राज्यपाल ने अपने कानूनी सलाहकार बदल दिए हैं. कृष्ण नंदन सिंह को चीफ लीगल एडवाइजर, राजीव रंजन पाण्डेय को लीगल एडवाइजर कम रिटेनर और जनार्दन प्रसाद सिंह को एडिशनल काउंसिल बनाया गया है. राजभवन सचिवालय ने इस संबंध में अधिसूचना जारी कर दी है.