यूपी के अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर में रामलला की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर तेजी से तैयारियां चल रही हैं. इसमें शामिल होने के लिए न्योता भेजा जा रहा है. मगर, कई ऐसे राजनेता हैं, जिन्हें अब तक न्योता नहीं मिला है. इसको लेकर नेताओ में रंज भी दिख रहा है.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी CM तेजस्वी यादव भी उन लोगों में से हैं, जिन्हें अभी तक न्योता नहीं मिला है. इसको लेकर किए गए सवाल के जवाब में तेजस्वी ने राम मंदिर उद्घाटन और प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम से खुद को अनजान बताया. इस दौरान झुंझलाहट भी देखने को मिली.
'हम लोगों के यहां हमेशा पूजा-पाठ होता है, घर में ही मंदिर है'
दरअसल, तेजस्वी यादव अपने चुनावी क्षेत्र राघोपुर पहुंचे थे. वो अपने समर्थकों के यहां से मिले न्योते पर एक के बाद एक कार्यक्रमों में शिरकत कर रहे थे. इसी बीच उनसे राम मंदिर उद्घाटन के न्योते पर सवाल किया गया. इस पर वो बिफर गए. झुंझलाते हुए कहा कि उन्हें किसी न्योते की जानकारी नहीं.
उन्होंने कहा कि न्योते की हम लोगों को तो कोई जानकारी नहीं है. हम लोगों के यहां तो हमेशा पूजा-पाठ होता ही रहता है. हमारे घर में ही मंदिर है. किसको न्योता मिला है किसको नहीं, इसकी जानकारी नहीं है. भगवान जिनको बुलाएंगे, उनको न्योता है.
22 जनवरी को होनी है रामलला की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा
बताते चलें कि अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा होनी है. इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्य यजमान के रूप में शामिल होंगे. ऐसे में केंद्र से लेकर राज्य सरकार के अधिकारी कार्यक्रम की तैयारियों में व्यस्त हैं. अयोध्या में प्राण-प्रतिष्ठा से एक हफ्ते पहले धार्मिक कार्यक्रम शुरू हो जाएंगे.
प्राण-प्रतिष्ठा कार्यक्रम में मेहमानों को न्योते भेजे जा रहे हैं. श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट, विश्व हिंदू परिषद और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के पदाधिकारियों ने बेहद सधे अंदाज में अतिथियों की लिस्ट तैयार की है. मेहमानों की सूची में करीब 150 समुदायों से जुड़े लोगों को शामिल किया गया है. इन सभी के पास अब न्योते मिलने की पुष्टि होने लगी है.