मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव पेश किया. विश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की शुरुआत तेजस्वी यादव ने की. तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर तंज करते हुए कहा कि नौ बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेकर इतिहास रच दिया. तेजस्वी यादव ने विजय सिन्हा पर भी तंज करते हुए कहा कि एक ही टर्म में स्पीकर भी, नेता विरोधी दल भी और अब डिप्टी सीएम भी बन गए. आपने भी इतिहास रच दिया. उन्होंने सम्राट चौधरी के बीजेपी को मां बताने वाले बयान का जिक्र करते हुए कहा कि आरजेडी न आपकी मां जैसी हुई. आप इनकार करें लेकिन जनता जानती है.
तेजस्वी यादव ने नीतीश को दशरथ जैसा गार्जियन बताते हुए कहा कि हमने हमेशा सम्मान किया है. कई बार इनकी मजबूरियां रही होंगी जैसी राजा दशरथ की थीं कि राम को वनवास भेज दिया. इन्होंने हमको जनता के बीच भेजा है उनका दुख-सुख जानने के लिए. उन्होंने नीतीश के पहली बार गठबंधन तोड़ने का जिक्र करते हुए कहा कि पहली बार जब दूर किया तब कहा कि आपके खिलाफ केस है, एक्सप्लेन कर दीजिए. दूसरी बार जब अपनाया तब कहा कि बीजेपी वाले फंसाने का काम करते हैं. तेजस्वी ने कहा कि एनडीए और महागठबंधन के बीच पिछले चुनाव में 12 हजार वोट का अंतर था. आपने तो यह कहा था कि ये सब हमारी पार्टी तोड़ रहे हैं. आप मर जाएंगे, मिट जाएंगे ये कहते ही रहते हैं. आपने यह कहा था कि हमको कुछ भी नहीं बनना है. विपक्ष को एकजुट करना है तानाशाह को हटाने के लिए.
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उन्होंने सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद नीतीश के बयान का जिक्र करते हुए कहा कि आपने गवर्नर से मिलकर आने के बाद कहा था कि मन नहीं लग रहा था. तेजस्वी ने तंज करते हुए कहा कि हमलोग साथ देने के लिए न हैं, नाच-गाना करके आपका मन लगाने के लिए थोड़े हैं. आपने 2020 के चुनाव में हमारी नौकरियां देने के वादे पर कहा था कि अपने घर से लाएगा, असंभव है. उन्होंने कहा कि हमने महागठबंधन की सरकार में इस असंभव को संभव करके दिखाया. जब आपने हमसे समर्थन के लिए कहा था तब हमने कहा था कि हम सरकार में शामिल नहीं होंगे लेकिन आप चलाइए सरकार. हम बाहर से समर्थन करेंगे.
तेजस्वी यादव ने विजेंद्र यादव का जिक्र करते हुए कहा कि नेता निर्णय लेते हैं लेकिन सलाह देना चाहिए कि स्टैंड गलत न हो. इन्होंने सम्राट चौधरी को जरूर पगड़ी उतारने की सलाह दिए होंगे. उन्होंने कहा कि सम्राट चौधरी के पिताजी हमारे दल में रहे हैं. वो क्या-क्या भाषा का इस्तेमाल करते थे, हम यहां नहीं बताना चाहते हैं. तेजस्वी ने कहा कि मोदीजी की गारंटी वालों, बताओ मोदीजी गारंटी लेंगे कि नीतीशजी फिर से पलटेंगे कि नहीं पलटेंगे. तेजस्वी ने कहा कि नीतीशजी हमें बुलाकर कम से कम एकबार बोल दिए होते कि हम नहीं रहना चाहते. हम सबसे बड़े दल थे. हम कुछ कहते. हम तो खूंटा गाड़ के खड़े हैं. आप तो हमें बुलाए नहीं.
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्रीजी हमें बुला लेते, बात कर लेते. हम मंत्रियों को हटा देते और बाहर से समर्थन दे देते. हम आपको परिवार समझते हैं. हम समाजवादी परिवार के हैं. आप जो झंडा उठाकर चले थे कि मोदीजी को रोकना है, वह झंडा उठाकर आपका भतीजा चलेगा और बिहार में रोकेगा. तेजस्वी यादव ने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब हम आपसे लड़ेंगे. हमारे साथ कांग्रेस और लेफ्ट है. आप कब्जा हटाने के लिए चले थे, आप पर खुदे कब्जा हो गया है. हम जो कहते हैं, वह करके दिखाते हैं और 17 महीने में करके दिखाया भी है. उन्होंने कहा कि जब हमें सरकार बनाना था तब हमने बोला था कि बीजेपी को रोकने के लिए हम आएंगे लेकिन हमको भरोसा दिलाइए कि हमने 10 लाख नौकरी देने का जो कमिटमेंट जनता से किया है, उसे पूरा करेंगे.
बीजेपी वाले सम्मान नहीं, डील करते हैं
तेजस्वी ने नौकरियों का जिक्र करते हुए कहा कि फाइनेंस सेक्रेटरी फाइल लेकर आए और बोले कि कैसे होगा. हमने कहा कि करना है. थके मुख्यमंत्री को हमने दौड़ाने का काम किया, दो लाख नौकरियां दिलाने का काम किया. उन्होंने कहा कि जातिगत जनगणना की मांग हमने यहीं से किया था, आप भी (नीतीश कुमार) मांग करते थे, हमारे पिता भी मांग करते आए थे, बीजेपी वालों को छोड़कर. बीजेपी ने इसके विरोध में सॉलिसीटर जनरल को खड़ा करा दिया. तेजस्वी ने कहा कि कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न मिला, हमें खुशी है. कर्पूरी ठाकुर ने जब आरक्षण लागू किया, तब यही जनसंघ न उनको मुख्यमंत्री पद से हटाया. आप कहां चले गए मुख्यमंत्री जी. यही बीजेपी वाले बोलते थे कि आरक्षण कहां से आई. बीजेपी वाले सम्मान नहीं, डील करते हैं. लालू यादव की सरकार में आरक्षण बढ़ा, आपकी सरकार में हमलोग आरक्षण 75 फीसदी लेकर गए.
उन्होंने कहा कि हम लोग एक जगह खड़े हुए तो मजबूती से खड़े रहते हैं. इधर-उधर नहीं करते हैं. हम लालूजी के बेटे हैं, डरते-घबराते नहीं हैं. संघर्ष करते हैं, लड़ते हैं. गवर्नर से मिलकर आने के बाद मुख्यमंत्री बोले कि हमारे काम का क्रेडिट ले रहा था. हमारे विभाग में नौकरी दी तो क्रेडिट क्यों न लें. तेजस्वी ने सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा को संबोधित करते हुए कहा कि हम आपको सचेत कर रहे हैं. अगर आपलोग सरकार में हैं तो क्रेडिट आप नहीं लेंगे. नीतीशजी अगर कहें कि क्रेडिट मत लेना, क्रेडिट केवल मेरा तो आपलोग क्या करिएगा.
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उन्होंने कहा कि पिछला सत्र जब चल रहा था, मांझीजी अपनी बात रख रहे थे तब मुख्यमंत्रीजी गुस्से में आए. मांझी का रिएक्शन बाहर आया था कि गलत-सलत दवा खिला देता है और मानसिक स्थिति ठीक नहीं है. इलाज की जरूरत है. हमको पूरा भरोसा है कि अच्छे से दवाई खिलाइए-पिलाइए. बगले में कमरा ले लीजिए ज्यादा चिंता है तो. नहीं है तो अपने शब्द वापस ले लीजिए. दिल बड़ा रखिए. स्पीकर ने तेजस्वी से संबोधन समाप्त करने के लिए कहा. इस पर तेजस्वी ने कहा कि आज ही मौका है, बोल लेने दीजिए. आने वाला स्पीकर बीजेपी का होगा और इसके बाद सदन कैसे चलेगा ये तो हमको पता है. हम जनता के बीच रहेंगे.
कौन क्या बोला है, सब फुटेज है
तेजस्वी ने यह भी कहा कि जब तक स्थिरता नहीं रहेगी सरकार में, तब तक विकास संभव नहीं है. जेडीयू विधायकों को लेकर पीड़ा रहती है. जनता के बीच तो आपको ही जवाब देना होगा. शपथ ग्रहण से एक दिन पहले ही सारा ट्रांसफर-पोस्टिंग हो गया. अफरशाही इतना हावी है, हम नहीं आप ही लोग बोलते हैं. सब फुटेज है, कौन क्या बोला है सब दिखा देंगे. उन्होंने यह भी कहा कि सम्राट चौधरी शपथ से पहले दिल्ली में क्या बोलकर आए थे, खुद ही देख लीजिएगा. बीजेपी कितना भी इवेंट मैनेजमेंट और धर्म की राजनीति करती हो, उसे देश में किसी से डर था तो महागठबंधन से डर था, आपसे डर था, हमसे डर था. तेजस्वी ने स्वास्थ्य विभाग में 1 लाख 30 हजार भर्तियों के लिए मैसेज का जिक्र करते हुए अधिकारियों के नाम लेकर कहा कि उनसे पूछिए.
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उन्होंने 2020 के चुनाव नतीजों का जिक्र करते हुए कहा कि 12 हजार वोट से छल-प्रपंच से जीतकर आए तो वह 5 साल के लिए न था. उसमें से भी 17 महीने हम रह लिए. इसपर ट्रेजरी बेंच की ओर से चोर दरवाजे से एंट्री की आवाज आई. तेजस्वी ने इस पर कहा कि चोर दरवाजे से आए तो वह दरवाजा खोला किसने. उन्होंने नीतीश कुमार से उनके बार-बार शपथ को लेकर भी सवाल किए. तेजस्वी ने कहा कि जनता जानना चाहती है कि आपने नौ बार मुख्यमंत्री पद की शपथ क्यों ली, एक ही टर्म में तीन बार शपथ क्यों ली?
पाला बदलने वाले अपने विधायकों पर क्या बोले तेजस्वी
तेजस्वी ने विधानसभा में पाला बदलने वाले अपने विधायकों को भी निशाने पर लिया. उन्होंने सबसे पहले प्रह्लाद चौधरी को संबोधित करते हुए कहा कि जो डील हुई है, उसे पूरा करा लीजिएगा. चेतन आनंद को अपना भाई बताते हुए तेजस्वी ने कहा कि जब थका-थकाकर के कहीं कुछ नहीं हुआ, तब हमने चेतन को टिकट देने का काम किया. पिता के नाम पर नहीं, इनके गुण पर. हमको पता है क्या-क्या मजबूरी है. हमको पता है कि ये पीड़ित है. इस पीड़ा में कहीं भी रहे, हम साथ हैं. उन्होंने पालाबदलने वाली विधायक को संबोधित करते हुए कहा कि नीलमजी आप महिला हैं, हम आपके निर्णय का स्वागत करते हैं. बात बने ना बने, बाद में हमको जरूर याद कीजिएगा.
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सरकार से किया कौन सी फाइल देखने की गुजारिश
तेजस्वी यादव ने सरकार से गुजारिश करते हुए कहा कि आशा का मानदेय बढ़ाने वाली फाइल देख लीजिएगा, करा दीजिएगा. आपने भी काम किया, जितना मुंह था उतना हम सम्मान के साथ कहते थे. उन्होंने यह भी कहा कि आप लोगों की सरकार बनी है, हमारी मांग है कि ओल्ड पेंशन नीति को जरूर लागू कीजिएगा. आप ये कराइए, क्रेडिट हम आपको देंगे. तेजस्वी ने बिजेंद्र यादव पर तंज करते हुए कहा कि इनको जब भी देखते हैं तो केंद्र ने बिहार के लिए कितना कटौती कर दिया, यही याद आता है. मुख्यमंत्रीजी तो केंद्र की फाइल पर आगबबूला हो जाते थे. जो भी पैसा केंद्र दे, वह बिहार की जनता का है मोदीजी की जेब का नहीं है. वह जरूर लीजिएगा. डबल इंजन की सरकार हो गई है तो विशेष पैकेज के लिए आपकी मोदीजी से बात हुई होगी. विशेष पैकेज के नाम पर डब्बा नहीं होना चाहिए. आप पर तो कब्जा न कर लिया है, इसके लिए भी हमलोग लड़ेंगे.