बिहार के चर्चित यूट्यूबर मनीष कश्यप ने गुरुवा को आदर्श आचार संहिता उल्लंघन (code of conduct violation) के मामले में मोतिहारी कोर्ट में सरेंडर कर दिया है. उन्हें नियमित जमानत मिल गई है. जी हां, मोतिहारी जिला प्रसाशन को ये सूचना मिली थी कि विगत दिनों मनीष कश्यप छौड़ादानो के दरपा थाना क्षेत्र के नरकटिया बाजार में बिना अनुमति विशाल सभा की है. इसके बाद छौड़ादानो अंचलाधिकारी के आवेदन पर दरपा थाना में एफआईआर दर्ज की गई थी.
एफआईआर दर्ज होने के बाद मनीष कश्यप की मुश्किलें बढ़ गई थी और उनपर गिरफ्तारी की तलवार लटकने लगी थी. ये खबर जंगल की आग की तरह पूरे क्षेत्र में फैल गई थी और पुलिस उसकी तलाश में थी. इसी बीच गुरुवार को मनीष कश्यप एकाएक मोतिहारी कोर्ट पहुंचे और आत्मसमर्पण कर दिया. यहां लम्बी बहस के बाद कोर्ट ने उन्हें नियमित जमानत दे दी. इसका एक्सक्लूसिव खुलासा मनीष कश्यप ने आज तक के साथ किया है.
राजनीतिक साजिश के तहत कराया गया केस : मनीष
मनीष ने कहा कि एक राजनीतिक साजिश के तहत उनपर मुकदमा दर्ज किया गया था. इसके बाद आज उन्होंने कोर्ट में सरेंडर किया. जहां उन्हें जमानत मिल गई है. केस के संबंध में पूछे जाने पर मनीष कश्यप ने कहा कि मुझे जमानत मिल गई है. मुझपर एक साजिश के तहत आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन का मामला दर्ज करवाया गया था.
हमेशा सच का साथ दूंगा
मनीष ने कहा कि ये सब खेल अब चलता रहेगा. क्योंकि मैं सत्य बोलता हूं और सत्य बोलने वाले के साथ ये सब खेल होता रहता है. इसके अलावा उन्होंने यहां के राजनीतिक दलों और यहां के सबसे पिछड़े क्षेत्र को लेकर जमकर अपनी भड़ास निकाली.