प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वित्त-वर्ष 2024-25 तक भारत को 5 लाख करोड़ डॉलर (5 ट्रिलियन डॉलर) की अर्थव्यवस्था बनाने का लक्ष्य रखा है. कोरोना संकट की वजह से इस पर ब्रेक लग गया है. लेकिन सरकार को लगता है कि अब अच्छे दिन आने वाले हैं. हालांकि, साल 2025 तक भारतीय इकोनॉमी 5 ट्रिलियन डॉलर की हो जाएगी, ये अब भी थोड़ा मुश्किल लग रहा है. (Photo: File)
फिलहाल, भारत की अर्थव्यवस्था का आकार 2.9 ट्रिलियन डॉलर का है. अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (IMF) ने 2021 में भारत की आर्थिक वृद्धि दर को लेकर मोदी सरकार के लिए राहत की खबर सुनाई है. IMF ने 2021 में भारत की आर्थिक वृद्धि दर 11.5 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है. (Photo: File)
भारत के मुख्य आर्थिक सलाहकार केवी सुब्रमण्यम के मुताबिक इस साल भारत की आर्थिक वृद्धि दर 11 फीसदी के करीब होगी, जो किसी भी देश से अधिक होगा. कोरोना वायरस महामारी के बीच बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में भारत एकमात्र देश है जिसकी आर्थिक वृद्धि दर इस साल दहाई अंक में होगी. (Photo: File)
भारत सरकार ने भारतीय अर्थव्यवस्था यानी भारत की जीडीपी को 5 ट्रिलियन तक ले जाने का लक्ष्य रखा है, लेकिन फिलहाल जो स्थिति है, उसके मुताबिक अगर भारत की अर्थव्यवस्था का आकार हर साल 8 प्रतिशत की गति से बढ़ता रहे तो 2030 तक 5 ट्रिलियन इकोनॉमी का सपना पूरा होगा. (Photo: File)
वैसे तो सालाना 8 फीसदी जीडीपी ग्रोथ भी कठिन लगता है. लेकिन 2025 तक 5 ट्रिलियन डॉलर की इकोनॉमी तक पहुंचने के लिए सालाना 12 फीसदी से ज्यादा जीडीपी ग्रोथ की जरूरत होगी, जो नामुमकिन लग रहा है. हालांकि भारत साल 2025 तक 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए अपने समूचे पारिस्थितिकी तंत्र को मजबूत कर रहा है. (Photo: File)
दरअसल, कोरोना संकट की वजह से इकोनॉमी के मोर्चे पर तगड़ा झटका लगा है. अब धीरे-धीरे इकोनॉमी पटरी पर लौट रही है. वित्त वर्ष 2020-21 की पहली तिमाही में 23.9 फीसदी की भारी गिरावट जीडीपी में दर्ज की गई थी. जबकि दूसरी तिमाही में 7.5 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई थी. (Photo: File)
अब सरकार ने वित्त-वर्ष 2020-21 के लिए अपना अनुमान जारी किया है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक चालू वित्त वर्ष 2020-21 में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 7.7 फीसदी की गिरावट आने का अनुमान है. इससे पिछले वित्त वर्ष 2019-20 में आर्थिक वृद्धि दर 4.2 प्रतिशत रही थी. (Photo: File)
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय के आंकड़ों के मुताबिक 2011-12 के मूल्य पर 2020-21 में देश की अर्थव्यवस्था का आकार 134.40 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान है. यह 2019-20 में यह 145.66 रहा था. वित्त वर्ष 2021 में सर्विस और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर निगेटिव जोन में रहा है. वित्त वर्ष 2022 में रियल जीडीपी ग्रोथ का अनुमान 11 फीसदी पर रखा गया है. वित्त वर्ष 2022 में नॉमिनल जीडीपी का अनुमान 15.4 फीसदी पर रखा गया है. (Photo: File)
भारत की अर्थव्यवस्था का आकार 2.9 ट्रिलियन डॉलर है, जिसमें अभी भारत सरकार के आंकड़ों के मुताबिक 7.7 प्रतिशत तक की और गिरावट आएगी, वहीं चीन की जीडीपी बढ़कर 15.68 ट्रिलियन हो चुकी है. भारत को 2024-25 तक 5,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने के लक्ष्य को हासिल करने के लिए अधिक संख्या में वैश्विक आकार के बैंकों की जरूरत है. (Photo: File)