रेल मंत्री पवन बंसल ने बजटीय भाषण के दौरान रेलवे में 1.52 लाख रिक्तियों का जिक्र किया और उसके जल्द ही भरे जाने की घोषणा की. साथ ही उन्होंने कमजोर और शारीरिक रूप से विकलांग लोगों के लिए 47000 रिक्तियां के भी जल्द ही भरे जाने का भरोसा जताया.
पवन बंसल ने नेक्स्ट जनरेशन ई-टिकट प्रणाली शुरू करने की घोषणा की जिससे धोखाधड़ी में कमी आएगी. इसके साथ ही अगले कुछ महीनों के भीतर 1 मिनट में 7200 ई-टिकट जारी करने का लक्ष्य रखा गया है. स्वतंत्रता सेनानियों के लिए खास प्रावधान, उन्हें हर 1 साल की जगह 3 साल में पास रिन्यू कराना होगा.
इस रेल बजट में पवन बंसन ने अरूणाचल प्रदेश और मणिपुर को रेल नेटवर्क में शामिल किए जाने की घोषणा की.
उन्होंने पटना, आगरा, नागपुर, बैंगलोर, विशाखापट्नम में रेलवे लाउंज बनाये जाने की भी घोषणा की. उन्होंने यह जानकारी भी दी कि अब माल ढुलाई को लेकर 100 करोड़ टन के विशेष क्लब में शामिल हो जाएगी भारतीय रेल.
बंसल ने आजादी एक्सप्रेस के नाम से शैक्षिक-सस्ती गाड़ी चलाने का प्रस्ताव भी रखा. इसके अलावा ट्रेनों में बेस किचन बनाने का प्रस्ताव भी रखा गया. बंसल ने पालाकाड केरल में नई कोच फैक्ट्री, सोनीपत में कोच मैन्युफैक्चिरिंग इकाई निर्माण का प्रस्ताव भी रखा.
रोजगार बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय इस्पात निगम के साथ रायबरेली में परियोजना लगाने के लिए एमओयू साइन किया जाएगा.
9000 करोड़ रुपये बंदरगाहों को नेटवर्क से जोड़ने के लिए प्रस्तावित. रेल स्टेशन विकास प्राधिकरण के लिए 1000 करोड़ रुपये का प्रस्ताव.
रेलवे परियोजनाओं में निवेश रेलवे के लिए बड़ी चुनौती है. रेल मंत्री ने 12वीं पंचवर्षीय योजना में पीपीपी के जरिए 1 लाख करोड़ के निवेश का लक्ष्य रखा है. संसदीय समिति की सिफारिशों और मांगों को देखते हुए फिरोजपुर और अटारी के बीच रेल संपर्क पर विचार किया जा रहा है.