नरेंद्र मोदी सरकार का पहला बजट पेश होने वाला है. नरेंद्र मोदी ने लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान ‘अच्छे दिन आने वाले हैं’ का बढ़ चढ़ कर प्रचार किया था लेकिन उनका यह दावा अब तक तो फुस्स ही साबित हो रहा है. उनकी सरकार के आते ही महंगाई में इजाफा ही हुआ. आलू, प्याज की कीमतें आसमान छू रही हैं तो सब्जियों और फलों की कीमतों में भी आग लगी है. नई सरकार ने आते ही पूर्व सरकार के रेल भाड़े में वृद्धि की योजना को पास करते हुए रेलवे का यात्री किराया और भाड़ा महंगा कर दिया. 1 जुलाई से पेट्रोल की कीमतें भी 1.69 रुपये महंगी हो गईं.
अब कुछ ही दिनों में मोदी सरकार अपना पहला बजट पेश करने वाली है और घोर महंगाई से जूझ रही जनता की नजर इस बजट पर है क्योंकि उसे उम्मीद है कि बजट में मोदी सरकार महंगाई को कम करने के कुछ तरीकों की घोषणा करेगी.
मोदी सरकार से सभी क्षेत्रों के लोगों की उम्मीदों के मद्देनजर आज तक ने बजट से ठीक पहले 3 जुलाई को इस पर एक परिचर्चा का आयोजन किया है ‘सुनिये वित्त मंत्री जी.’ बजट आज तक की इस प्रस्तुति में होगा मंत्री, पूर्व मंत्री, उद्योगपतियों, पूर्व सेनाध्यक्षों और बिजनेस जगत के दिग्गजों और आर्थिक विशेषज्ञों का जमावड़ा. बजट से ठीक पहले आयोजित इस पूरे दिन की परिचर्चा में विभिन्न क्षेत्रों की बजटीय मांग पर चर्चा की जाएगी.
इस कार्यक्रम की शुरुआत परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और यूपीए सरकार में शहरी विकास मंत्री रहे कमल नाथ के साथ होगी जिसका विषय है ‘क्या अच्छे दिन आएंगे?’
इसके बाद सीआईआई अध्यक्ष अजय श्रीराम, फिक्की के चेयरमैन सिद्धार्थ बिड़ला और एसोचैम अध्यक्ष राणा कपूर के साथ ‘अपना सपना मनी मनी’ पर चर्चा करेंगे.
केंद्रीय वन और पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर और पूर्व मंत्री मनीष तिवारी ‘क्या होगा हरा-भरा बजट?’ पर आमने सामने होंगे.
केन्द्रीय खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण मंत्री रामविलास पासवान भी इस कार्यक्रम में शिरकत कर रहे हैं. वो ‘रोजी रोटी का सवाल है’ सेशन के दौरान लोगों से मुखातिब होंगे.
इसके बाद ‘घर, गाड़ी का सपना कैसे हो अपना?’ विषय पर परिचर्चा में शामिल होंगे अंशुमन मैगजीन (सीएमडी, सीबीआरई), अनिल शर्मा (सीएमडी, आम्रपाली ग्रुप), जगदीश खट्टर (सीएमडी, कार्नेशन) और योगेंद्र प्रताप (एडिटर, ऑटो बिल्ड).
बजट का एक बड़ा भाग देश की रक्षा पर खर्च होता रहा है. यह जीडीपी का लगभग 2.5 फीसदी होता है. ऐसे में इस कार्यक्रम के दौरान ‘बॉर्डर का बजट’ विषय पर भी चर्चा की जाएगी. इस परिचर्चा का हिस्सा होंगे पूर्व सेनाध्यक्ष जनरल वेद प्रकाश मलिक, पूर्व नौसेनाध्यक्ष एडमिरल अरुण प्रकाश और पूर्व वायुसेना अध्यक्ष एयर चीफ मार्शल एस कृष्णस्वामी.
केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री निर्मला सीतारमण, बिहार के पूर्व वित्त मंत्री सुशील कुमार मोदी और हरियाणा के मुख्यमंत्री भूपिन्दर सिंह हुड्डा ‘महंगाई डायन खाये जात है’ विषय पर चर्चा करेंगे.
पूर्व विनिवेश मंत्री अरुण शौरी और पूर्व वाणिज्य मंत्री आनंद शर्मा ‘बजट वही जो अच्छे दिन लाये’ विषय पर बोलेंगे.
दिन के अंतिम सत्र में ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल ‘पावर गेम’ विषय पर देश में बिजली के हालात पर चर्चा करेंगे और बतायेंगे कि मोदी सरकार कैसे बदहाल बिजली के हालात से निकलने के उपाय में जुटी है.