मोदी 3.0 के पहले पूर्ण बजट में मिडिल क्लास को राहत देते हुए बड़ा ऐलान किया गया है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने बजट भाषण में 12 लाख रुपये तक की इनकम को टैक्स फ्री कर दिया है. नौकरीपेशा लोगों को 75000 रुपये के स्टैंडर्ड डिडक्शन का फायदा मिलेगा. आइए जानते हैं कि टैक्स स्लैब में सरकार की ओर से किए गए ताजा बदलाव के बाद अब कितनी कमाई पर कितना टैक्स देना होगा और कितनी बचत होगी?
12 लाख के ऊपर इनकम पर इतना टैक्स
Nirmala Sitharaman ने अपने बजट भाषण में नए टैक्स स्लैब का ऐलान करते हुए कहा कि अब 12 लाख रुपये तक की कमाई को टैक्स फ्री कर दिया है. इसमें स्टैंडर्ड टैक्स डिडक्शन भी शामिल है. इनकम टैक्स के सेक्शन 87A के तहत ये छूट दी गई है.सरकार के इस फैसले के बाद मिडिल क्लास के हाथ में अब ज्यादा पैसा आएगा. लेकिन अगर कमाई 13 लाख रुपये होती है, तो फिर आयकर बनता है. न्यू टैक्स स्लैब के हिसाब से 12-16 लाख की आय पर 15 फीसदी आयकर प्रस्तावित है. जुलाई-2024 में बजट के दौरान भी सरकार ने New Tax Regime के टैक्स स्लैब में बदलाव किया था और अब फिर इसमें बड़ा फेरबदल हुआ है.
समझें 15 लाख की कमाई पर कैसे बचेंगे 32500 रुपये
अगर आपकी आय 15 लाख रुपये है तो ओल्ड टैक्स रिजीम के तहत 50 हजार रुपये के डिडक्शन लाभ के बाद आयकर 2,57,400 रुपये बनता है. हालांकि इसमें आप 80c, मेडिकल इंश्योरेंस, NPS और होम लोन का लाभ ले सकते हैं. लेकिन अगर बात न्यू टैक्स रिजीम की जाए तो साल 2024-24 के लागू न्यू टैक्स रिजीम के हिसाब से 15 लाख की आय पर आयकर 1,30,00 रुपये बनता है. जबकि आज संसद में पेश न्यू टैक्स रिजीम के हिसाब से 97,500 रुपये इनकम टैक्स बनता है. इस हिसाब से देखें तो न्यू टैक्स रिजीम से केवल बदलाव से ही 15 लाख की आय वालों को करीब 32500 रुपये का बचत होने वाला है.
सबसे पहले 15 लाख की आय में स्टैंडर्ड डिडक्शन के 75000 रुपये को घटा देते हैं, तो आयकर के दायरे में इनकम की राशि 14.25 लाख रुपये रह जाती है. उसके बाद प्रस्तावित न्यू टैक्स स्लैब-2025 के हिसाब से टैक्स को कैलकुलेट करते हैं.
नया टैक्स स्लैब (2025)
0 से 4 लाख रुपये तक- कोई टैक्स नहीं
4-8 लाख रुपये तक- 5 फीसदी
8 से 12 लाख रुपये तक- 10 फीसदी
12 से 16 लाख रुपये तक- 15 फीसदी
16 से 20 लाख रुपये तक- 20 फीसदी
20 से 24 लाख रुपये तक- 25 फीसदी
24 लाख से अधिक कमाई पर- 30 फीसदी
स्टैंडर्ड डिडक्शन घटाने के बाद....
1500000- 75000 = 14,25,000 रुपये
0–4 0% = 0
4–8 5% = 20,000 रुपये
8–12 10% = 40,000 रुपये
12–16 15% = 33,750 रुपये
(Note: 12 से 16 लाख के स्लैब में 15 लाख की आय वालों की इनकम 2.25 लाख रुपये रह जाती है, जिसपर 15 फीसदी आयकर लागू होता है. इस हिसाब 15 लाख की आय पर इनकम टैक्स 93750 रुपये बनता है, इसपर अलग से 4 फीसदी सेस की व्यवस्था है, जो कि 3750 रुपये बनता है. इस तरह से कुल आयकर 97500 रुपये होता है.)
अब बात साल 2024-25 के लागू न्यू टैक्स रिजीम की करते हैं. उसके हिसाब से 15 लाख की आय पर टैक्स को कैलकुलैट करें, तो कुल आयकर 130000 रुपये बनता है. जानिए कैसे? इसमें भी 75 हजार रुपये का स्टैंडर्ड डिडक्शन का लाभ मिलेगा. जिसके बाद टैक्सेबल इनकम 14.25 लाख रुपये रह जाएगी.
पुराना टैक्स स्लैब (2024)
0 से 3 लाख रुपये- कोई टैक्स नहीं
3 से 7 लाख रुपये- 5 फीसदी
7 से 10 लाख रुपये- 10 फीसदी
10 से 12 लाख रुपये- 15 फीसदी
12 से 15 लाख रुपये- 20 फीसदी
15 लाख से अधिक- 30 फीसदी
इस हिसाब से जब 15 लाख की आय पर टैक्स कैलकुलेट करते हैं तो....
₹0-₹3 लाख: शून्य = 0
₹3-₹7 लाख: 5% = 20,000 रुपये
₹7-₹10 लाख: 10% = 30,000 रुपये
₹10-₹12 लाख: 15% = 30000 रुपये
₹12-₹15 लाख: 20% = 45000 रुपये
जिसपर आयकर 125000 रुपये होता है, इसमें 4 फीसदी सेस जोड़ने के बाद कुल इनकम टैक्स 130000 रुपये बनता है. यानी केवल न्यू टैक्स रिजीम के स्लैब में बदलाव से ही 15 लाख की आय वालों को 32500 रुपये इनकम टैक्स बचने वाला है.
पहली बार 25% का टैक्स स्लैब सरकार की ओर से इनकम टैक्स स्लैब में किए गए बदलाव में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से 25% का नया टैक्स स्लैब इंट्रोड्यूस किया गया. नए टैक्स स्लैब को देखें, तो 16 से 20 लाख रुपये तक की कमाई पर अब 20 फीसदी का टैक्स अप्लाई किया जाएगा. वहीं 20 लाख से लेकर 24 लाख रुपये तक की कमाई पर अब 25 फीसदी का टैक्स लगेगा और इससे ज्यादा की कमाई पर 30% का टैक्स लगेगा.
बचत का कैलकुलेशन?
नए टैक्स स्लैब के मुताबिक, अगर 12 लाख रुपये तक की कमाई पर अब 80,000 रुपये की बचत होगी. इसे उदाहरण के तौर पर समझें, तो पुराने टैक्स स्लैब के तहत पहले अगर किसी व्यक्ति की सैलरी 12 लाख रुपये होती थी, तो उसपर 80000 रुपये का टैक्स बनता था, लेकिन टैक्स स्लैब में किए गए ताजा बदलाव के बाद अब ये जीरो हो गया है. वहीं नए टैक्स स्लैब के हिसाब से 16 लाख की कमाई पर 50,000 रुपये, अब 18 लाख रुपये अगर कमाई होती है, तो फिर 70,000 रुपये की बचत होगी. 20 लाख रुपये की कमाई पर 90000 रुपये और 25 लाख रुपये और इससे ज्यादा की इनकम पर 1.10 लाख रुपये की सेविंग होगी.