वित्त मंत्री पी चिदंबरम द्वारा गुरुवार को लोकसभा में पेश वर्ष 2013-14 के आम बजट को ‘भ्रमित’ करने वाला करार देते हुए बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि सब कुछ हवा-हवाई है, कुछ भी नया नहीं है.
उन्होंने कहा कि कल के आर्थिक सर्वे के आधार पर बजट को देखें तब इसमें विभिन्न मंत्रालयों के लिए सिर्फ घोषणाएं की गई है. जब देश के आर्थिक हालात खाराब हों तो ये घोषणाएं जमीनी हकीकत से मेल नहीं खातीं.
बजट में अनुसूचित जाति-जनजाति और पिछड़े वर्गो के लिए अनुदान बढ़ाने पर उन्होंने कहा कि यह कोई नई बात नहीं है. चाहे किसी की भी सरकार हो, वह इन वर्गों के लिए आवंटन में पिछले वर्ष की तुलना में हमेशा वृद्धि करती ही है.
उन्होंने कहा कि अगर आजादी के बाद से अब तक इन वर्गों के आवंटित पूरा पैसा खर्च होता, तब ये अपने पांव पर खड़े हो चुके होते.
बसपा प्रमुख ने कहा कि केंद्र सरकार कहती कुछ है, और करती कुछ. इस बजट में कुछ भी नया नहीं है. गरीबों और बेरोजगारों के लिए कुछ भी नहीं है. महंगाई पर लगाम लगाने के लिए कोई पहल नहीं की गई है.