केन्द्र सरकार के बजट को गैर बीजेपी राज्य के मुख्यमंत्रियों ने खारिज कर दिया है. ममता बनर्जी, एचडी कुमारस्वामी, अशोक गहलोत ने बजट को हवा-हवाई और जुमलेबाजी करार दिया है. एचडी कुमारस्वामी ने कहा है कि सरकार ने किसानों को हवा मिठाई पकड़ा दी है. वहीं ममता बनर्जी का कहना है कि एक्सपाइयरी सरकार द्वारा बजट बनाने का कोई मतलब नहीं है.
एक्सपाइयरी सरकार का है बजट
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने नरेंद्र मोदी सरकार के अंतरिम बजट को एक्सपाइयरी बताया है. ममता बनर्जी ने कहा कि सरकार को 5 साल का बजट पेश करने का हक ही नहीं है, क्योंकि ये सरकार सत्ता में रहने वाली है ही नहीं, क्योंकि ये सरकार एक्सपायर होने वाली है. ममता ने कहा, "अगर एक्सपाइयरी के बाद आप दवा देते हैं तो उसका कुछ मतलब होता है? इसका क्या महत्व होगा? ये पूरी तरह से महत्वहीन है.
मोदी सरकार ने किसानों को दी हवाई मिठाई
कर्नाटक के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने भी इस बजट को लेकर मोदी सरकार पर हमला किया है. कुमारस्वामी ने कहा कि ये बजट वित्त विभाग के अफसरों ने बनाया है या फिर संघ ने. उन्होंने कहा, "इस बजट में नरेंद्र मोदी सरकार ने किसानों को हवा मिठाई दी है. जब मैंने कर्ज माफी योजना का ऐलान किया था तो पीएम ने लॉलीपॉप कहकर इसका मजाक उड़ाया था.
जुमला बुलेट एक्सप्रेस है बजट
छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने नरेंद्र मोदी सरकार के बजट की आलोचना की है. भूपेश बघेल ने कहा है कि पहले सरकार को ये बताना चाहिए कि 5 साल में कितनी स्मार्ट सिटी इस सरकार ने बनाई हैं. भूपेश बघेल ने ट्वीट किया, "2014 की 'जुमला-एक्सप्रेस' के बाद, 2019 में "जुमला-बुलेट-एक्सप्रेस"!! अगले 5 साल में 1 लाख डिजिटल विलेज बनायेंगे, -पिछले 5 साल में कितने स्मार्ट सिटी बनाएंगे? नौकरी मांगने वाले नौकरी दे रहें है, -पर कहां? (NSSO के अनुसार बेरोजगारी दर पिछले 45 साल में सबसे ज्यादा)". भूपेश बघेल ने आगे कहा, "कहा कि पहले 2014 के जुमलों का हिसाब दो-हर खाते में आने वाले 15 लाख का क्या हुआ? -छग में कितनी स्मार्ट सिटी बनी? -स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू क्यों नहीं हुई? -हर साल 2 करोड़ नौकरी का क्या हुआ? देश के हर वर्ग की हवा उड़ी हुई है और मोदी सरकार 'उरी' पर अटकी हुई है."
2014 की 'जुमला-एक्सप्रेस' के बाद, 2019 में "जुमला-बुलेट-एक्सप्रेस"!!
अगले 5 साल में 1 लाख डिजिटल विलेज बनाएंगे,
-पिछले 5 साल में कितने स्मार्ट सिटी बनाईं?
नौकरी मांगने वाले नौकरी दे रहे है,
-पर कहां? (NSSO के अनुसार बेरोजगारी दर पिछले 45 साल में सबसे ज्यादा) #Budget2019 1/
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) February 1, 2019
आखिरी बजट से खत्म हो गई अच्छे दिन की उम्मीद
मध्य प्रदेश के सीएम कमलनाथ ने बजट को छलावा बताया है. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के इस आखिरी बजट से अच्छे दिन की उम्मीद खत्म हो गई है. उन्होंने ट्वीट किया, "आज पेश आम बजट पूरी तरह से चुनावी बजट होकर जुमला व छलावा साबित होगा. मोदी सरकार के इस आख़री बजट से भी अच्छे दिन की उम्मीद ख़त्म हो गई. कार्यकाल के अंतिम समय में किसान, गरीब, मजदूर, गौमाता की याद आई. किसानों के लिये घोषित राशि ऊंट के मुंह में जीरा के समान है.
आज पेश आम बजट पूरी तरह से चुनावी बजट होकर जुमला व छलावा साबित होगा।
मोदी सरकार के इस आख़री बजट से भी अच्छे दिन की उम्मीद ख़त्म हो गई।
कार्यकाल के अंतिम समय में किसान, गरीब, मज़दूर,गौमाता की याद आई।
किसानों के लिये घोषित राशि ऊँट के मुँह में ज़ीरा के समान है।#Budget2019
— Office Of Kamal Nath (@OfficeOfKNath) February 1, 2019
सरकार ने बढ़ा दी है जुमले की सप्लाई
राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने कहा है कि केन्द्र सरकार का बजट सिर्फ शब्दों का हेरफेर साबित हो रहा है. गहलोत ने ट्वीट कर कहा कि यह एक चुनावी दस्तावेज है जिसमें जुमलों की सप्लाई बढ़ा दी गई है. इसमें लोगों की जरूरतों पर ध्यान नहीं दिया गया है. अशोक गहलोत ने कहा है कि सरकार का कार्यकाल खत्म होने वाला है और वो 10 साल का एजेंडा तैयार कर रही है.