अगर सरकार फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) की मांग को मान लेती है तो बजट के बाद टू-व्हीलर (Two Wheeler) की कीमतें घट सकती हैं. ऑटोमोबाइल डीलरों के संगठन FADA ने दोपहिया वाहनों पर GST की दरों को घटाकर 18 फीसदी करने की मांग की है, ताकि डिमांड में बढ़ोतरी हो सके.
फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (फाडा) ने कहा कि दोपहिया वाहन कोई लक्जरी उत्पाद (Luxury Product) नहीं है, और इसलिए GST दरों में कमी की जरूरत है. फाडा का दावा है कि वह 15,000 से अधिक ऑटोमोबाइल डीलरों (Automobiles Dealer) का प्रतिनिधित्व करता है, जिनके पास करीब 26,500 डीलरशिप हैं.
28 फीसदी से घटाकर 18 फीसदी करने की मांग
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) एक फरवरी को वित्त वर्ष 2022-23 का आम बजट संसद में पेश करेंगी. इससे पहले फाडा (Fada) ने वित्त मंत्रालय (Finance Ministry) से दोपहिया वाहनों पर जीएसटी दरों को 18 प्रतिशत तक कम करने का अनुरोध किया है.
फाडा ने कहा कि दोपहिया वाहनों का इस्तेमाल विलासिता की वस्तु के रूप में नहीं, बल्कि आम लोगों द्वारा दैनिक कार्यों के लिए किया जाता है. FADA ने आगे कहा, 'इसलिए 28 प्रतिशत जीएसटी के साथ दो प्रतिशत उपकर, जो विलासितापूर्ण उत्पादों के लिए है, दोपहिया श्रेणी के लिए उचित नहीं है.'
संगठन का मानना है कि कच्चे माल में तेजी के चलते वाहन की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, और ऐसे में जीएसटी दर में कमी से लागत में बढ़ोतरी का मुकाबला करने और मांग को बढ़ाने में मदद मिलेगी.