वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को कहा कि विनिवेश लक्ष्य (Disinvestment Target) को हासिल करने को लेकर सरकार के Intent में कोई कमी नहीं आई है. वित्त मंत्री ने आजतक के सहयोगी चैनल इंडिया टुडे के Budget Roundtable कार्यक्रम में कहा कि कोरोना महामारी के बीच भी सरकार ने विनिवेश के लक्ष्य को पीछे नहीं छोड़ा बल्कि एअर इंडिया (Air India) का विनिवेश किया.
उन्होंने कहा कि सरकार ने इसके अलावा एनआईएनएल के लिए रणनीतिक साझेदार तय किया. उन्होंने जोर देकर कहा, ''इन सबके बीच हमें अपने नंबर को वास्तविकता के करीब रखना होगा. इस बात पर बहस हो सकती है कि पहले ज्यादा वैल्यू थी, अब कम है. लेकिन हम कोरोना के बीच में हैं.''
सरकार ने वित्त वर्ष 2022-23 के लिए 65,000 करोड़ का विनिवेश लक्ष्य तय किया है.
पिछले बजट को आगे बढ़ाता है यह बजट
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के अनुसार यह कहना सही नहीं होगा कि सरकार केवल भविष्य की ओर देख रही हूं, बल्कि ये बजट पिछले साल के बजट के प्रस्तावों को आगे बढ़ाने वाला है. उन्होंने कहा कि सरकार ने पिछले साल कुछ महत्वपूर्ण नीतियां बनाई थीं. इस कॉन्टेक्स्ट में उन्होंने पब्लिक एंटरप्राइजेज के प्राइवेटाइजेशन का जिक्र भी किया.
कैपेक्स GDP के लिए ज्यादा कारगर
वित्त मंत्री ने कहा कि सरकार के कैपिटल एक्सपीडेंचर का मल्टीपल इफेक्ट देखने को मिलता है. एक अनुमान के मुताबिक कैपेक्स के जरिए खर्च किया गया एक रुपया GDP को 2.99 रुपये देता है. इसके बजाय अगर सीधे लोगों के हाथों में पैसे दिए जाते हैं तो GDP को 0.95 रुपये मिलते हैं.
PLI को मिला है अच्छा रिस्पांस
वित्त मंत्री ने कहा कि मैन्यूफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने 14 सेक्टर के लिए पीएलआई स्कीम (PLI Scheme) शुरू की है. उन्होंने कहा, "शुरुआत में 13 सेक्टर के लिए ये स्कीम लाई गई थी, बाद में इसे एक सेक्टर के लिए और बढ़ा दिया गया. इसे इंडस्ट्री की ओर से बहुत अच्छा रिस्पांस मिला है. इसका मतलब ये है कि प्राइवेट इंवेस्टमेंट हो रहा है.''