देश का आम बजट वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश कर दिया गया है. अब इस बजट से एक वर्ग खुश है तो कुछ के मन में सवाल भी हैं. ऐसे ही कुछ सवाल दिल्ली सरकार की तरफ से भी उठा दिए गए हैं. डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर केंद्र सरकार पर बजट में दिल्ली को सिर्फ 325 करोड़ रुपए का बजट देने पर सवाल खड़े किए हैं.
मनीष सिसोदिया के मुताबिक MCD को भी बजट नहीं दिया गया है. जोर देकर कहा गया कि दिल्ली में 611 रुपए प्रति व्यक्ति की मूंगफली दी गयीं है. इसके अलावा दिल्ली को स्वास्थ्य और शिक्षा के लिए भी कुछ खास नहीं मिला, इस पर भी नाराजगी जाहिर कर दी गई है. डिप्टी सीएम ने शहर में 10% बेरोजगारी पर केंद्र सरकार से सवाल पूछे कि पिछले बजट में 60 लाख जॉब देने का क्या हुआ. देश का हर 10वा युवा बेरोजगार है, लेकिन केंद्र के बजट में रोजगार के लिए कोई विजन नहीं है.
मनीष सिसोदिया ने तंज कसा कि सिर्फ एयरपोर्ट बनाने से कुछ नहीं होगा. सिसोदिया ने कहा कि इनकम टैक्स में छूट का बड़ा दावा किया जा रहा है. जबकि 0.4% लोगों को 50 हजार की छूट कैसे गेम चेंजर हो गया? सुपर रिच को छूट मिल गयी लेकिन आम आदमी को कुछ नहीं मिला है. 70 करोड़ भारतीयों के लिए केंद्र बजट में कुछ नहीं है लेकिन अरब पति लोगों को सरचार्ज में छूट दी गयी है. महंगाई से राहत नहीं है क्योंकि GST में कोई छूट नहीं दी गयी. ये देश को 15 लाख कर्जे में डुबाने वाला बजट है.
वैसे इस समय दिल्ली में एमसीडी में मेयर चुनाव को लेकर भी विवाद चल रहा है. इस पर भी डिप्टी सीएम ने अपनी तरफ से प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि दिल्ली के लोग एमसीडी के शासन में बीजेपी से दुखी थे. फिल्म अरविंद केजरीवाल की गारंटी पर भरोसा करके दिल्ली के लोगों ने एमसीडी में सरकार बनाने के लिए AAP को वोट दिया. दिल्ली के लोगों ने 15 साल के शासन के बाद भाजपा को हराया है और अब भाजपा साजिश करके मेयर के चुनाव को रोक रही है. उम्मीद है कि भारतीय जनता पार्टी लोकतंत्र का सम्मान करते हुए 6 फरवरी को मेयर का चुनाव होने देगी और आम आदमी पार्टी का मेयर बनने देगी. आम आदमी पार्टी का मेयर काम करेगा तो तुरंत सारे काम हो जायेंगे.