देश के वित्तमंत्री पी. चिदंबरम ने आम बजट पेश करने के बाद कहा कि अर्थव्यवस्था की बेहतरी के लिए अभी कई कदम उठाए जाने बाकी हैं. चिदंबरम ने कहा कि अभी वे न तो कोई सौगात दे सकते हैं, न ही बोझ दे सकते हैं.
पी. चिदंबरम ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि बजट पेश कर देने से ही मेरा काम खत्म नहीं हो गया है. उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था के बेहतर नतीजों के लिए सभी वर्गों को धैर्य रखने की जरूरत है.
आत्मविश्वास से लबरेज दिख रहे पी. चिदंबरम ने उम्मीद जताई कि वित्तीय वर्ष 2012-13 की तुलना में 2013-14 कहीं ज्यादा बेहतर होगा. उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था में कुछ और सुधारों का ऐलान किया जाएगा. साथ ही उन्होंने स्वीकार किया कि आर्थिक चुनौतियों से उबरने में देश को अभी वक्त लगेगा.
चिदंबरम ने कहा कि इस बजट को आर्थिक समीक्षा 2012-13 के मद्देनजर देखा जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि राजकोषीय घाटे को 5.2 फीसदी पर ही रोका गया. उन्होंने कहा कि आरबीआई अकेले नहीं काम कर सकता है. वित्तमंत्री ने कहा कि बजट में उन्होंने कोई चौंकाने वाला फैसला नहीं लिया.