अर्थव्यवस्था की मजबूती दिखाने वाले कई मानकों में से एक देश का विदेशी मुद्रा भंडार चालू वित्त वर्ष में काफी बढ़ा है. आर्थिक समीक्षा 2021-22 के मुताबिक अब भारत दुनिया का चौथा सबसे अधिक विदेशी मुद्रा भंडार वाला देश है.
600 अरब डॉलर से अधिक विदेशी मुद्रा भंडार
आर्थिक समीक्षा में कहा गया है कि वित्त वर्ष 2021-22 की पहली छमाही में विदेशी मुद्रा भंडार 600 बिलियन डॉलर (करीब 44,810 अरब रुपये) से ऊपर निकल गया. इस साल 31 दिसम्बर, 2021 तक 633.6 बिलियन डॉलर (करीब 47,300 अरब रुपये) के स्तर पर पहुंच गया. वहीं विदेशी मुद्रा भंडार के लिहाज से नवम्बर 2021 के अंत तक चीन, जापान और स्विट्जरलैंड ही भारत से आगे रहे.
India's external trade recovers strongly in 2021-22
India was the fourth-largest forex reserves holder in the world after China, Japan, and Switzerland#EconomicSurvey #Budget2022
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— PIB India (@PIB_India) January 31, 2022
इतना रहा विदेशी कर्ज
हालांकि आर्थिक समीक्षा में देश पर कुल विदेशी कर्ज का भी जिक्र किया गया है. सितंबर 2021 के अंत तक देश पर कुल 593.1 अरब डॉलर (करीब 44,295 अरब रुपये) का विदेशी कर्ज था. जो 30 जून 2021 के मुकाबले 3.9% अधिक है.
संसद के बजट सत्र की शुरुआत आज राष्ट्रपति के अभिभाषण से हो गई. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने दोनों सदन की संयुक्त बैठक को संबोधित किया. इसके बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद के दोनों सदनों में आर्थिक समीक्षा 2021-22 पेश की. वित्त मंत्री कल सुबह 11 बजे वित्त वर्ष 2022-223 के लिए आम बजट पेश करेंगी. आर्थिक समीक्षा हमेशा बजट से एक दिन पहले पेश की जाती है.
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