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Budget 2019: इन 3 अहम बातों पर है सरकार का फोकस, बजट में हो सकता है ऐलान

Interim Budget 2019 अंतरिम वित्त मंत्री पीयूष गोयल के लिए आज एक महत्वपूर्ण मौका है. इस बजट से एक तरह देखें तो मोदी सरकार के फिर से सत्ता में आने के लिए दिशा निर्धारित हो सकती है. सूत्रों के मुताबिक इस बार बजट में तीन बिंदुओं पर फोकस हो सकता है.

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चुनावी रंग का हो सकता है अंतरिम बजट
चुनावी रंग का हो सकता है अंतरिम बजट

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वित्त मंत्री पीयूष गोयल आज सुबह 11 बजे संसद में वर्ष 2019-20 के लिए अंतरिम बजट पेश करेंगे. गोयल के लिए यह एक महत्वपूर्ण मौका साबित होगा, क्योंकि इस बजट से एक तरह मोदी सरकार के फिर से सत्ता में आने के लिए दिशा तय हो सकती है. चुनाव में अब सिर्फ 100 दिन बचे हैं, ऐसे में सरकार की पूरी कोशिश होगी कि बजट से जनता को एक संकेत दिया जाए.

सूत्रों के मुताबिक अंतरिम बजट में तीन महत्वपूर्ण बातें शामिल हो सकती हैं- पहला, सरकार के अपने कार्यकाल के दौरान की उपलब्धियां. दूसरा, ऐसे नए आकर्षक प्रस्ताव जो वोटर्स को लुभा सकें और तीसरा जरूरी आवंटन. नौकरियों के मोर्चे पर विपक्ष हमलावर है ऐसे में अंतरिम वित्त मंत्री पूरी चर्चा की दिशा बदलने की कोशिश करेंगे. जनवरी में ही इस बात के संकेत मिल गए थे कि यह सामान्य अंतरिम बजट नहीं होगा, बल्कि इसमें कई महत्वपूर्ण और लोकलुभावन घोषणाएं होंगी. 

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किसान और वेतनभोगी को उम्मीद

पिछले एक पखवाड़े में मीडिया में इस बात की खूब चर्चा रही है कि अंतरिम बजट में सरकार दो बड़े कदम उठा सकती है. पहला किसानों के लिए कुछ सुधार के साथ उसी तरह की भावांतर नीति लाई जा सकती है, जैसा कि एमपी में शिवराज सरकार ने पेश किया था. इसके तहत किसानों को सीधे फंड ट्रांसफर किया जाता है. दूसरा, वेतनभोगी वर्ग के लिए इनकम टैक्स स्लैब बढ़ाकर 5 लाख रुपये तक करना.

कानूनी रूप से सरकार के लिए ऐसी कोई अड़चन नहीं है कि लोकसभा चुनाव से पहले नए टैक्स प्रस्तावों और नीतियों के साथ पूर्ण बजट पेश किया जाए. चुनाव के बाद जीत कर आने वाली नई सरकार चाहे तो इन सारे प्रस्तावों, नीतियों को पलट सकती है. हालांकि परंपरा यही है कि सरकार बस तब तक के खर्च के लिए एक अंतरिम बजट पेश करती है, जब तक कि नई सरकार आने के बाद अपना बजट नहीं पेश करती.

10 मुख्य बिंदुओं पर पीएम से चर्चा

सूत्रों ने बताया कि बजट का काफी कुछ काम अरुण जेटली निपटा कर गए थे. पीएम और उनके ऑफिस ने वित्त मंत्रालय और कई अन्य महत्वपूर्ण मंत्रालयों से परामर्श कर 10 ऐसे मुख्य बिंदु निर्धारित किए हैं जिनको बजट भाषण में शामिल किया जा सकता है. सूत्रों के अनुसार, पीयूष गोयल ने बजट भाषण का प्रारूप प्रधानमंत्री के पास अवलोकन के लिए भेजा था. पीयूष गोयल और उनकी बजट टीम ने बजट और भाषण को अंतिम रूप दिया है. सूत्रों के अनुसार इस बार के बजट के राजनीतिक महत्व को देखते हुए पीएमओ और अरुण जेटली इसके लिए काफी सक्रिय रहे, कि मोदी सरकार जो प्रभाव चाहती है, वह बजट में दिखाई दे.

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चुनाव के लिए बजट

बजट सत्र की शुरुआत राजनीतिक चर्चा से ही हुई. पीएम मोदी ने सभी सांसदों से कहा कि वे जनता के लिए काम करें. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अपने अभिभाषण में कहा कि 2014 से पहले देश एक तरह की अनिश्चितता के दौर से गुजर रहा था. नई सरकार न्यू इंडिया बनाने के लिए संकल्पबद्ध है. बीजेपी ने अपने सभी सांसदों को बजट पेश करने और इसकी चर्चा के दिनों में संसद में मौजूद रहने को कहा है. इसके लिए सोमवार को ह्विप भी जारी किया जा सकता है. बजट शुक्रवार को सुबह 11 बजे पेश किया जाएगा और 4 फरवरी से इस पर चर्चा और बहस शुरू की होगी. बजट सेशन 13 फरवरी तक चलेगा.

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