देश में अगले फाइनेंशियल ईयर में नेशनल हाईवे की लंबाई 25,000 किलोमीटर बढ़ जाएगी. इस तरह देखा जाए तो देश में हर दिन करीब 68 किलोमीटर नेशनल हाईवे का निर्माण किया जाएगा. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को अपने बजट भाषण में इस बात का ऐलान किया. उन्होंने अपने बजट भाषण में नेशनल रोपवे डेवलपमेंट प्रोग्राम का भी जिक्र किया.
जानिए वित्त मंत्री ने क्या कहा
सीतारमण ने कहा, "लोगों और सामानों की तेज आवाजाही को सुनिश्चित करने के लिए 2022-23 में एक्सप्रेसवे के लिए पीएम गतिशक्ति मास्टर प्लान पर काम होगा. 2022-23 में नेशनल हाईवे नेटवर्क में 25,000 किलोमीटर का विस्तार किया जाएगा."
पहाड़ी इलाकों में बनाए जाएंगे रोपवे
वित्त मंत्री ने मंगलवार को नेशनल रोपवे डेवलपमेंट प्रोग्राम क घोषणा की. यह प्रोग्राम पीपीपी मॉडल पर आधारित है. सीतारमण ने कहा कि दुर्गम पहाड़ी इलाकों में पारंपरिक सड़कों की बजाय अधिक सुगम और टिकाऊ ऑप्शन के रूप में रोपवे बनाए जाएंगे. उन्होंने बताया कि 2022-23 में 60 किलोमीटर लंबे 8 रोपवे का निर्माण का कॉन्ट्रैक्ट दिया जाएगा. सीतारमण के मुताबिक लोगों की आवाजाही को ज्यादा सुविधाजनक बनाने एवं टूरिज्म को प्रमोट करने के लिए ऐसा किया जाएगा.
नितिन गडकरी ने कही ये बात
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि इस बार के बजट में अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जनजातियों और किसानों से जुड़े विकास कार्यों को सबसे ज्यादा प्राथमिकता दी गई है. उन्होंने कहा कि बजट में इन्फ्रास्ट्रक्चर को काफी अधिक महत्व दिया गया है. गडकरी के मुताबिक नेशनल रोपवे डेवलपमेंट प्रोग्राम से पूर्वोत्तर, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर जैसे राज्यों को फायदा होगा.
रोड फेडरेशन ने किया स्वागत
इंटरनेशनल रोड फेडरेशन ने हाईवे और इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्टस में अधिक निवेश के प्रस्ताव का स्वागत किया है. उसने बयान जारी कर पीएम गतिशक्ति के सात ग्रोथ इंजन को अधिक महत्व दिए जाने के फैसले की सराहना की.