रेल मंत्री पवन कुमार बंसल ने रेल बजट पेश करते हुए कहा कि इस साल के अंत तक एक मॉडर्न ई-टिकट प्रणाली शुरू की जाएगी. इससे कंप्यूटर के जरिए टिकट बनवाना आसान हो जाएगा.
इस प्रणाली से प्रति मिनट 7200 टिकट सपोर्ट किए जा सकेंगे जबकि वर्तमान में प्रति मिनट 2000 टिकट सपोर्ट किए जाते हैं. यह प्रणाली किसी भी समय एक साथ 1,20,000 उपयोगकर्ताओं को सपोर्ट करेगी तथा भविष्य में बढ़ती मांग के अनुसार इसकी क्षमता आसानी से बढ़ाई जा सकती है, जबकि वर्तमान में इसकी 40,000 उपयोगकर्ताओं को सपोर्ट करने की क्षमता है.
इस प्रणाली में एडवांस्ड फ्रॉड कंट्रोल तथा सिक्योरिटी मैनेजमेंट टूल्स का इस्तेमाल किया जाएगा जिससे टिकटों के वितरण में और अधिक निष्पक्षता और पारदर्शिता में सुधार होगा. अभी आईआरसीटीसी से टिकट बनवाना काफी बड़ी समस्या है.
अक्सर लोड बढ़ जाने से यह साइट काम करना बंद देती है. इससे यात्रियों को काफी दिक्कतें आती हैं. रेल बजट की इस घोषणा ने यात्रियों की उम्मीदें जगाई हैं. टिकट बनवाने के लिए अब ज्यादा से ज्यादा लोग कंप्यूटर का इस्तेमाल करने लगे हैं, जबकि रेलवे की अपनी रिजर्वेशन प्रणाली में कोई सुधार नहीं आया है.