देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बन चुकी है और मंत्रियों को उनके विभाग बांट दिए गए हैं. इस बार भी वित्त मंत्रालय की जिम्मेदारी निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) को मिली है. हालांकि, Modi 3.0 का पहला पूर्ण बजट (Modi 3.0 Budget) इस बार 1 जुलाई को पेश होने की उम्मीद नजर नहीं आ रही है, बल्कि ये July 2024 के मध्य में संसद के पटल पर रखा जा सकता है.
अगले हफ्ते से बजट पर काम शुरू
बिजनेस टुडे टीवी को वित्त मंत्रालय से जुड़े सूत्रों ने बताया है कि केंद्र सरकार (Modi Govt) जुलाई के मध्य तक वित्त वर्ष 2024-2025 के लिए पूर्ण बजट (Union Budget) पेश कर सकती है. इसके लिए मैराथन बैठकों का दौर अगले हफ्ते से शुरू हो जाएगा. रिपोर्ट के मुताबिक, वित्त मंत्रालय 17 जून तक विभिन्न मंत्रालयों और स्टेकहोल्डर्स के साथ अपनी प्री-बजट बैठकें शुरू कर सकता है. सूत्रों ने ये भी कहा कि केंद्र सरकार संभवतः अपने डेवलपमेंट एजेंडे को जारी रखेगी और अतिरिक्त व्यय के अवसरों की तलाश कर सकती है.
18वीं लोकसभा के दूसरे सत्र में हो सकता है पेश!
बता दें कि संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजुजू ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर जो पोस्ट किया है, उससे भी यही संकेत मिल रहे हैं कि Budget जुलाई के मध्य में पेश किया जा सकता है. उन्होंने अपनी ट्विटर (अब X) पोस्ट में लिखा है कि 18वीं लोकसभा का पहला सत्र 24 जून से 3 जुलाई तक चलेगा और इसमें नवनिर्वाचित सांसदों शपथ, लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव, राष्ट्रपति का अभिभाषण समेत अन्य चर्चाएं शामिल रहेंगी. यानी बजट दूसरे सत्र में पेश किया जा सकता है.
1 फरवरी को पेश हुआ था अंतरिम बजट
सत्र के इस शेड्यूल से पता चलता है कि पहले सत्र में ये काम होने के बाद इसके दूसरे सत्र की शुरुआत हो सकती है और इसमें आर्थिक सर्वेक्षण की प्रस्तुति के साथ FY25 के लिए पूर्ण बजट पेश किया जा सकता है. हालांकि, केंद्र सरकार ने आगामी बजट के बारे में अभी कोई जानकारी शेयर नहीं की है. गौरतलब है कि वित्त वर्ष 2025 के लिए अंतरिम बजट बीते 1 फरवरी को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किया गया था.
सीतारमण इतिहास रचने को तैयार
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) मोदी 3.0 का पहला पूर्ण बजट पेश करके इतिहास रचने के लिए तैयार हैं. दरअसल, फाइनेंस मिनिस्टर के रूप में सीतारमण को ये लगातार सातवां बजट होगा और इसमें छह पूर्ण बजट और एक अंतरिम बजट शामिल हैं. इस हिसाब से वित्त मंत्री मोरारजी देसाई (Morarji Desai) के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ देंगी. उन्होंने साल 1959-1964 के बीच 5 वार्षिक बजट और एक अंतरिम बजट पेश किए थे.