वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में देश का अंतरिम बजट पेश करते हुए रेलवे को लेकर भी कुछ खास ऐलान किए हैं. सीतारमण ने तीन रेल कॉरिडोर शुरू करने का जिक्र किया और पेसेंजर ट्रेनों के परिचालन में सुधार करने की बात कही.
इसके साथ ही वित्त मंत्री ने कहा कि पीएम गति शक्ति योजना में काम तेज किया जाएगा और माला-भाड़ा परियोजना को भी विकसित किया जाएगा. वहीं, वित्त मंत्री ने नॉर्मल रेल डिब्बों को वंदे भारत स्टेंडर्ड में बदलने की बात कही. सीतारमण ने कहा कि 40 हजार साधारण रेल डिब्बों को वंदे भारत स्टैंडर्ड ट्रेनों में बदला जाएगा.
वित्त मंत्री ने कहा कि तीन प्रमुख आर्थिक रेल कॉरिडोर कार्यक्रम क्रियान्वित किए जाएंगे जिसमें ऊर्जा, खनिज एवं सीमेंट कॉरिडोर और अधिक यातायात वाले कॉरिडोर बहुविध मॉडलों वाली कनेक्टिविटी शामिल है. प्रधानमंत्री गति शक्ति के अंतर्गत इन परियोजनाओं पर काम किया जाएगा. इससे अधिक यातायात वाले कॉरिडोर में भीड़ कम होने से यात्री ट्रेनों के परिचालन में सुधार लाने में भी मदद मिलेगी और यात्री सुरक्षा एवं यात्रा की रफ्तार बढ़ेगी.
वित्त मंत्री ने कहा कि यात्रियों की सुविधा, आराम और सुरक्षा बढ़ाने के लिए 40 हजार सामान्य रेल डिब्बों को "वंदे भारत" मानकों के अनुरूप बदला जाएगा. इसके अलावा वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि मेट्रो और नमो भारत का विस्तार किया जाएगा. उन्होंने कहा कि पेसेंजर ट्रेनों के परिचालन में सुधार से सुरक्षा और रफ्तार बढ़ेगी.
रेलवे के अलावा हवाई सेवा को लेकर भी वित्त मंत्री ने कुछ ऐलान किए. उन्होंने कहा कि पिछले दस वर्षों में विमानन क्षेत्र का कायापलट कर दिया गया है. हवाई अड्डों की संख्या दुगुनी बढ़कर 149 हो गई है. उड़ान योजना के अंतर्गत टियर-टु और टियर - थ्री शहरों को बड़े पैमाने पर हवाई मार्गों से जोड़ा गया है. देश की विमानन कंपनियां 1000 से अधिक नये वायुयानों के लिए ऑर्डर देकर पुरजोर तरीके से आगे बढ़ रही हैं. मौजूदा हवाई अड्डों का विस्तार और नये हवाई अड्डों के व्यापक विकास का कार्य आगे भी तेजी से चलता रहेगा.