देश का आम बजट (Union Budget Of India) पेश होने में बस कुछ ही दिन बाकी रह गए हैं. एक फरवरी 2023 को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सुबह 11 बजे संसद में Budget पेश करेंगी. लेकिन क्या आप जानते हैं कि Nirmala Sitharaman के नाम एक खास रिकॉर्ड दर्ज है? अगर नहीं तो हम आपको बताते हैं. दरअसल, उन्होंने देश के इतिहास का अब तक का सबसे लंबा बजट भाषण पढ़ा था, जो एक बॉलीवुड मूवी से भी लंबा था.
2 घंटे 41 मिनट का था बजट भाषण
भारतीय बजट इतिहास में अब तक का सबसे लंबा बजट भाषण 2 घंटे 41 मिनट का रहा है, जो किसी बॉलीवुड मूवी से भी ज्यादा देर तक पढ़ा गया था. इस वर्तमान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने साल 2020 में ये संसद में ये रिकॉर्ड अपने नाम किया था. बता दें आमतौर पर एक बॉलीवुड मूवी की औसत टाइमिंग करीब दो या ढाई घंटे होती है. सीतारमण ने इतना लंबा बजट भाषण पढ़ते हुए साल 2003 में तत्कालीन वित्त मंत्री जसवंत सिंह का रिकॉर्ड तोड़ा था.
जसवंत सिंह का तोड़ा था रिकॉर्ड
गौरतलब है कि 2003 में देश का आम बजट पेश करते हुए तत्कालीन वित्त मंत्री जसवंत सिंह ने 2 घंटे 13 मिनट लंबा भाषण पढ़ा था. ये 2020 में निर्मला सीतारमण के बजट भाषण से पहले तक रिकॉर्ड ही था, लेकिन 2.41 घंटे तक बजट पेश करके सीतारमण ने से कीर्तिमान अपने नाम कर लिया. हालांकि, इसके बाद के बजट में उन्होंने बजट पेश करने में इससे कम समय लिया. बीते साल 2022 का आम बजट वित्त मंत्री ने महज 1 घंटे 31 मिनट में पेश कर दिया था.
महज 800 शब्दों का बजट भी हुआ पेश
बजट इतिहास से जुड़े कुछ अन्य रिकॉर्ड पर भी गौर करें तो अब तक का सबसे छोटा आम बजट महज 800 शब्दों का था. साल 1977, इमरजेंसी के बाद हुए लोकसभा के चुनाव में कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो चुका था. मोरारजी देसाई के नेतृत्व में देश में पहली गैर-कांग्रेसी सरकार बनी थी. मोरारजी प्रधानमंत्री बने थे और वित्त मंत्रालय की जिम्मेदारी हिरूभाई एम पटेल को सौंपी गई थी. इसी साल मार्च में उन्होंने अंतरिम बजट संसद में पेश किया था, उनका भाषण 800 शब्दों का था, जो कुछ ही मिनटों में समाप्त हो गया था.
सबसे ज्यादा बार किसने पेश किया बजट?
सबसे छोटा बजट भाषण पढ़ने का ही नहीं, बल्कि सबसे ज्यादा बार बजट पेश करने का रिकॉर्ड भी बना है. बता दें अब तक सबसे अधिक बार भारत का बजट मोरारजी देसाई ने पेश किया है. उनके नाम पर वित्त मंत्री के रूप में 10 बार देश का आम बजट पेश करने का रिकॉर्ड दर्ज है. इसमें आठ बजट और दो अंतरिम बजट शामिल हैं. वहीं मोरारजी देसाई के बाद सबसे ज्यादा नौ बार बजट यूपीए सरकार में वित्त मंत्री रहे पी. चिदंबरम के नाम है. इसके अलावा प्रणब मुखर्जी और यशवंत सिन्हा 8-8 बार बजट पेश किया था. पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह भी छह बार बजट पेश कर चुके हैं.