कुछ ही देर में आम बजट पेश होने वाला है. वित्त मंत्री अरुण जेटली भी संसद पहुंच चुके हैं. बजट भाषण में आम आदमी नजर रेल बजट पर भी है. इसको लेकर भी आम आदमी की कई अपेक्षाएं हैं. रेल बजट से उम्मीदों में आम आदमी की अपेक्षा है कि उसे सस्ता टिकट मिलेगा और रेलवे से सफर करना उसके लिए सस्ता होगा.
सस्ता टिकट :
रेल बजट से आम आदमी को टिकट सस्ता होने की उम्मीद है. वैसे तो इसकी संभावना कम ही जताई जा रही है. हालांकि भारतीय रेलवे ऑनलाइन टिकट बुक करने वालों को सस्ता टिकट लेने की सुविधा दे सकती है. इसके लिए बजट में इंसेंटिव प्रोग्राम की घोषणा हो सकती है.
सुरक्षित सफर :
रेल बजट से आम आदमी की दूसरी और सबसे अहम उम्मीद सुरक्षित सफर को लेकर है. साल 2017 भारतीय रेलवे के लिए सुरक्षा के लिहाज से काफी खराब रहा है. पिछले साल कई रेलवे हादसे हुए. ऐसे में आम आदमी चाहता है कि रेलवे से उसका सफर सुरक्षित हो.
बजट में भी सबसे ज्यादा ध्यान इस तरफ हो सकता है. रेल बजट में सबसे ज्यादा आवंटन सुरक्षा के इंतजाम करने के लिए दिया जा सकता है. इस मद में मिलने वाले फंड से रेलवे सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करने के साथ ही आधुनिक तकनीक के इस्तेमाल को बढ़ा सकती है.
पेपरलेस टिकटिंग
बजट में कैशलेस लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए पेपरलेस टिकटिंग को बढ़ावा दिया जा सकता है. आम आदमी को उम्मीद है कि अगर ऐसा होता है, तो उसे ऑनलाइन टिकट बुक करने के लिए इंसेंटिव मिल सकता है.
ये उम्मीद इसलिए भी ज्यादा पुख्ता है क्योंकि सरकार लगातार कैशलेस इकोनॉमी को बढ़ावा देने में जुटी हुई है. पिछले साल भी बजट में इस बाबत सर्विस चार्ज में बदलाव समेत कई अहम घोषणाएं की गई थीं.
बैंकों के साथ भागीदारी
रेल मंत्री ने पिछले दिनों सभी प्रमुख बैंकों के अधिकारियों को एक पत्र लिखा था. इसमें उन्होंने इन बैंकों से अपील की थी कि वह क्रेडिट और डेबिट कार्ड से टिकट बुक करने के दौरान लिया जाने वाल एमडीआर चार्ज खत्म कर दें या फिर कम कर दिया जाए. बैंकों की तरफ से उठाया गया ऐसा कोई भी कदम आम आदमी के लिए टिकट बुक करना सस्ता करेगा.
गोयल ने अपने पत्र में यह भी कहा था कि जो बैंक इस तरफ कदम बढ़ाएंगे ,तो रेलवे भी उन बैंकों में अपने कर्मचारियों की सैलरी भेजेगा. इसके साथ ही उन्हें कई प्रोत्साहन दिए जाएंगे.
बुनियादी सुधार
भारतीय रेलवे ने पिछले साल स्वच्छ भारत के मोर्चे पर कई अहम कदम उठाए. इस बार के बजट में भी उम्मीद जताई जा रही है कि रेलवे के बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए कई अहम घोषणाएं हो सकती हैं. इन घोषणाओं के बूते वित्त मंत्री की कोशिश रहेगी कि वह ट्रेनों में साफ-सफाई रखने और इसे ज्यादा सुविधानजक बनाने के लिए भी कदम उठा सकते हैं.