हर साल रेल बजट, हर साल रेल मंत्रियों के बड़े बड़े दावे. लेकिन दुनिया का सबसे बड़ा रेल तंत्र फिर भी वहीं के वहीं नज़र आता है. आखिर क्यों, ये सवाल रेल मंत्रालय से है, रेल मंत्रियों से है. पिछले रेल बजट में जो वादे किए गए उन्हें अभी तक पूरा नहीं किया गया. तो कहिए रेल मंत्री से झूठा है तेरा वादा.