मोदी सरकार 2.0 के शुक्रवार को पेश किए गए पहले बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने लगभग सभी सेक्टरों को लेकर कई ऐलान किए, लेकिन लेकिन उनके भाषण में हेल्थ, स्मार्ट सिटी और रोजगार के मुद्दे गायब थे. रोजगार को लेकर सरकार की क्या रणनीतियां रहेंगी? सरकार के जरिए रोजगार मुहैया करवाने के लिए किस तरह की कोशिश की जाएगी? इन सवालों के जवाब इस बजट में नहीं मिले. इंडिया टुडे हिंदी के संपादक और आर्थिक विश्लेषक अंशुमान तिवारी से करते हैं इस बारे में चर्चा.