वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण भले ही अपना दूसरा बजट आज पेश करने जा रही हैं लेकिन यह पिछले एक दशक का सबसे चुनौतीपूर्ण बजट है ऐसा इसलिए है क्योंकि अर्थव्यवस्था के सारे आंकड़े गहराती मंदी का इशारा कर रहे हैं जीडीपी ग्रोथ रेट 11 साल के निचले स्तर पर है बेरोजगारी 45 साल के उच्चतम स्तर पर है, निजी निवेश 17 साल के निचले स्तर पर है, बैंकों की क्रेडिट ग्रोथ दशकों के निचले स्तर पर है महंगाई दर भी अब बढ़ने की ओर इशारा कर रही है.