एनडीए सरकार का अंतिम पूर्ण बजट पेश करने से पहले वित्त मंत्री अरुण जेटली के सामने कई चुनौतियां हैं. सरकार को नोटबंदी और जीएसटी के बाद धीमी पड़ी अर्थव्यवस्था में जान फूंकनी है तो निवेशकों को भी आकर्षित करना है. इसके अलावा अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों और कई राज्यों के विधानसभा चुनावों से पहले मतदाताओं को लुभाना भी सरकार की प्राथमिकताओं में होगा. पीएम ने कहा है कि यह सपनों का बजट होगा, आमआदमी खड़ा होकर राह पर अच्छे दिन का इंतजार कर रहा है. देखें बजट से जुड़ी यह खास रिपोर्ट 'बजट बाजार'...