सांसद ई.अहमद की मौत के बाद हर किसी की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि क्या आज बजट पेश होगा या नहीं. वित्त मंत्री अरुण जेटली मंत्रालय पहुंच चुके हैं. 1974 में इसी तरह की स्थिति आई थी. जब केंद्रीय मंत्री एमबी राणा का निधन हो गया था. उस समय पहले उन्हें श्रद्धांजलि दी गई थी. उसके बाद शाम 5:45 पर बजट रखा गया था. बहरहाल हर किसी की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि इस बार देश का बजट कैसा होगा.