देश की आर्थिक राजधानी मुंबई की लाइफलाइन है मुंबई लोकल. मुंबई लोकल में रोजाना 85 लाख यात्री सफर करते हैं. महिला डिब्बे से पुलिस अक्सर ही नदारद रहती है और हॉकर जब चाहे चले आते हैं. यही नहीं रात में सफर करने पर डर लगता है और सुरक्षा भी नहीं दिखाई देती. महिलाओं को हेल्पलाइन नंबर के बारे में भी जानकारी नहीं है.