फिनटेक कंपनी भारतपे (BharatPe) के को-फाउंडर एवं पूर्व सीईओ अशनीर ग्रोवर (Ashneer Grover) अपना नया बिजनेस शुरू करने की तैयारी में हैं. महीनों की खींचतान के बाद भारतपे से अलग हुए ग्रोवर इन दिनों अमेरिका घूम रहे हैं और इसके साथ ही वह अपनी नई कंपनी के लिए 200 से 300 मिलियन डॉलर का फंड जुटाने का प्रयास कर रहे हैं. खुद ग्रोवर ने Twitter पर बताया कि वह जल्दी ही अपना नया वेंचर लॉन्च करने वाले हैं.
अशनीर ग्रोवर हाल ही में 40 साल के हुए हैं. उन्होंने अपने जन्मदिन के मौके पर 14 जून को Tweet किया था, 'आज मैं 40 साल का हो गया हूं. कुछ लोग कहेंगे कि मैं अपना जीवन पूरा जी चुका और कइयों से ज्यादा अनुभव कर चुका. कई पीढ़ियों के लिए वैल्यू जेनरेट कर चुका. हालांकि मेरे लिए यह अभी भी अधूरा काम है. अब एक और नए सेक्टर में हलचल मचाने का समय आ गया है. अब तीसरे यूनिकॉर्न का समय है.'
मामले से जुड़े सूत्रों की मानें तो ग्रोवर नए बिजनेस के लिए 200-300 मिलियन डॉलर जुटाने का प्रयास कर रहे हैं. वह इसके लिए अमेरिका बेस्ड फैमिली हाउसेज और ऑफशोर प्राइवेट इक्विटी प्लेयर्स से बातचीत कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि ग्रोवर कंपनी शुरू करने के लिए अपनी निजी संपत्ति का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. इसके लिए हो सकता है वह भारतपे की अपनी हिस्सेदारी बेच दें.
आपको बता दें कि भारतपे से अलग हो जाने के बाद भी ग्रोवर के पास 8.5 फीसदी हिस्सेदारी है. भारतपे में ग्रोवर की हिस्सेदारी की वैल्यू करीब 3 बिलियन डॉलर है. कई खरीदार भारतपे में ग्रोवर की हिस्सेदारी खरीदने में दिलचस्पी दिखा रहे हैं. यह सौदा किस कीमत पर होता है, यह नेगोशिएशन से ही तय हो सकेगा.
सूत्रों ने ये भी बताया कि भारतपे की हिस्सदारी बेचने के अलावा ग्रोवर के पास नई कंपनी का हिस्सा बेचकर पूंजी जुटाने का विकल्प भी है. वह अपनी नई कंपनी को लेकर कम से कम छह इन्वेस्टर्स से बातचीत कर रहे हैं. बातचीत अभी शुरुआती दौर में है. जल्दी ही इसके बारे में आधिकारिक तौर पर बताया जा सकता है. हालांकि अभी अशनीर ग्रोवर ने खुद इस बारे में बहुत कुछ नहीं बताया है. अभी यह भी पता नहीं है कि उनकी नई कंपनी किस सेक्टर में होगी.
ग्रोवर बीते दिनों बार-बार विवादों में घिरते रहे थे. पहले उन्होंने रियलिटी शो शार्क टैंक इंडिया के जज के रूप में सुर्खियां बटोरी. उसके बाद एक ऑडियो क्लिप वायरल होने के बाद, जनवरी में वह विवादों के केंद्र में आ गए. इसके बाद भारतपे के बोर्ड ने ग्रोवर और उनकी पत्नी माधुरी जैन के ऊपर वित्तीय अनियमितताओं का आरोप लगा दिया. अंत में इस विवाद का परिणाम निकला कि ग्रोवर को भारतपे से बाहर होना पड़ गया.
फिनटेक कंपनी भारतपे पिछले साल अगस्त में यूनिकॉर्न बनी थी. किसी स्टार्टअप कंपनी की वैल्यू जब एक बिलियन डॉलर से ज्यादा हो जाती है, तो उसे यूनिकॉर्न कहा जाता है. ग्रोवर के पास भारतपे के अलावा भी करीब 24 स्टार्टअप कंपनियों में हिस्सेदारी है. भारतपे शुरू करने से पहले वह कोटक इन्वेस्टमेंट बैंक, ग्रोफर्स, पीसी ज्वेलर लिमिटेड और अमेरिकन एक्सप्रेस जैसी कंपनियों के साथ भी जुड़े रह चुके हैं.