देश की अर्थव्यवस्था विशेषकर ऑटो सेक्टर पर कोरोना की दूसरी लहर का असर साफ दिख रहा है. मई के महीने में पैसेंजर व्हीकल की रिटेल सेल्स 59% तक गिर गई. वहीं टू-व्हीलर्स, ट्रैक्टर, कमर्शियल वाहन के सेगमेंट भी कोहराम मचा है. (Representative Photo)
Faderation of Automobile Dealers Associations (FADA) के मुताबिक मई में देशभर में मात्र 85,733 पैंसजर व्हीकल की बिक्री हुई है. जबकि अप्रैल में ये आंकड़ा 2,08,883 यूनिट था. टू-व्हीलर्स सेगमेंट में भी रिटेल बिक्री 53% गिरी है. (Representative Photo)
FADA देशभर में मौजूद 1,497 में से 1,294 RTO पर रजिस्टर्ड होने वाले वाहन का डेटा देता है. ये डेटा देश में वाहनों की रिटेल सेल्स को दिखाता है. जबकि SIAM का डेटा वाहनों की थोक बिक्री की जानकारी देता है. (Representative Photo)
देशभर में मई के महीने में महज़ 4,10,757 टू-व्हीलर्स की ही बिक्री हुई है. ये अप्रैल की 8,65,134 टू-व्हीलर्स की बिक्री से 53% कम है. मई में कमर्शियल व्हीकल कैटेगरी के हालात भी बहुत ज्यादा अच्छे नहीं रहे हैं. (Representative Photo)
कमर्शियल व्हीकल कैटेगरी में भी मई के दौरान रिटेल सेल 66% कम रही. अप्रैल में इस कैटेगरी के जहां 51,436 वाहन बिके थे, मई में ये घटकर मात्र 17,534 वाहन रह गए. (Representative Photo)
मई के महीने में ट्रैक्टर और थ्री-व्हीलर्स की सेल भी क्रमश् 57% और 76% गिरी है. मई में कुल 16,616 ट्रैक्टर और 5,215 थ्री-व्हीलर्स का ही रजिस्ट्रेशन हुआ है. जबकि अप्रैल में ये डेटा क्रमश: 38,285 और 21,636 यूनिट था. (Representative Photo)
FADA के मुताबिक मई में सभी कैटेगरी में मिलाकर कुल 5,35,855 वाहनों का ही रजिस्ट्रेशन हुआ है. ये अप्रैल के 11,85,374 वाहनों के रजिस्ट्रेशन से 55% कम है. FADA के अध्यक्ष विंकेश गुलाटी का कहना है कि कोविड की दूसरी लहर ने देश में ऐसा कोई परिवार नहीं छोड़ा होगा जो कोरोना की चपेट में ना आया हो. शहरी बाजार की बात तो छोड़िए, इस बार ग्रामीण बाजार भी इससे प्रभावित हुआ है. (Representative Photo)