बैंक का करोड़ों लेकर भागने वाले मेहुल चोकसी पर लगातार शिकंजा कसता जा रहा है. हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी ने अपने भांजे नीरव मोदी के साथ मिलकर पंजाब नेशनल बैंक को करीब 13,500 करोड़ रुपये का चूना लगाया है. मामला उजागार होते ही मेहुल चोकसी भारत छोड़कर फरार हो गया था. (Photo: Getty)
जनवरी 2018 से फरार है मेहुल चोकसी
दरअसल, जनवरी 2018 में पंजाब नेशनल बैंक के साथ हुए घोटाले का मामला सामने आया था. इस मामले में 30 जनवरी 2018 को सीबीआई ने एफआईआर दर्ज की थी, और आरोपी थे हीरा कारोबार मेहुल चोकसी और उसका भांजा नीरव मोदी. दोनों ने मिलकर पंजाब नेशनल बैंक की मुंबई स्थित ब्रेडी हाउस ब्रांच को 13,500 करोड़ रुपये का चूना लगाया था.
इस घोटाले से पूरा बैंकिंग सिस्टम हिल गया था. क्योंकि बैंक के साथ अब तक का सबसे बड़ा घोटाला हुआ था. इस घोटाले से PNB की आर्थिक सेहत बिगड़ गई. इस घोटाले का खुलासा होने के बाद बैंक को लगातार दो साल तक बड़ा नुकसान हुआ. बैंक को वित्त वर्ष 2018-19 में 10,026.41 करोड़ रुपये का घाटा हुआ था.
दरअसल, मेहुल चोकसी ने अपने भांजे नीरव मोदी के साथ मिलकर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर पंजाब नेशनल बैंक को 13,500 करोड़ रुपये का चूना लगाया था. भारत में कानूनी शिकंजा कसता इससे पहले ही दोनों देश छोड़कर फरार हो गए. यानी साल 2018 से दोनों फरार हैं. तब से ही दोनों आरोपियों के प्रत्यर्पण की कोशिश की जा रही है.
मेहुल चोकसी मई 2018 से एंटीगुआ में रह रहा था और उसके पास वहां की नागरिकता भी है. 23 मई की शाम को मेहुल चोकसी एंटीगुआ स्थित अपने घर से गायब हो गया था. पता चला था कि वो क्यूबा भागने की फिराक में है, लेकिन अब उसे डोमिनिका में पकड़ लिया गया है. वहीं नीरव मोदी ब्रिटेन में है और वहां के गृह मंत्रालय ने उसके प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी है. हालांकि, इसके खिलाफ नीरव मोदी ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है.
इन मामले की जांच प्रवर्तन निदेशालय (ED) और सीबीआई कर रही है. PNB बैंक का दावा था कि इन दोनों ने बैंक के अधिकारियों के साथ साजिश रची और बैंक को नुकसान पहुंचाया. जब इस फर्जीवाड़े के बारे में बैंक ने बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज को जानकारी दी तो बैंक के शेयरों बड़ी गिरावट देखने को मिली थी.
ये भारत का सबसे बड़ा बैंकिंग घोटाला था. जनवरी 2018 में इसका खुलासा हुआ था, और दोनों अभियुक्त जनवरी में ही देश छोड़ने में कामयाब रहे. बैंक ने अपनी शिकायत में कहा है कि इन दोनों ने बैंक गारंटी या लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (LoU) का गलत इस्तेमाल किया है.
मेहुल चोकसी गीतांजलि जेम्स का मैनेजिंग डायरेक्टर है, यह कंपनी हीरा कारोबार से जुड़ी है. कंपनी को मेहुल चोकसी ने ही खड़ा किया है. बहुत कम समय में मेहुल चोकसी की गीतांजलि जेम्स हीरे-जवाहरात एक्सपोर्ट करने वाली देश की बड़ी कंपनियों में शामिल हो गई. यही नहीं, साल 2011 में मेहुल चोकसी को एशिया पैसिफिक एंटरप्रेन्योरशिप (Pacific Entrepreneurship) में अवॉर्ड मिल चुका है.
इटली, चीन, जापान, हांगकांग, थाईलैंड जैसे देशों को हीरे जवाहरातों से बने प्रॉडक्ट्स निर्यात करने वाली मेहुल की इस कंपनी के कई ब्रांड्स हैं. अब तक मेहुल चोकसी के कई शोरूम, वर्कशॉप, ऑफिस और घर पर छापा मारकर लगभग 5100 करोड़ तक के हीरे, गहने और सोना एकत्रित किए है. (Photo: Getty)