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बिज़नेस न्यूज़

कोर्ट से थोड़ी राहत, इस ग्रुप की 3 कंपनियों के शेयर में लगे अपर सर्किट!

 फ्यूचर रिटेल (Future Retail) के शेयर में 10 फीसदी का अपर सर्किट
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किशोर बियानी की फ्यूचर ग्रुप के लिए गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट से थोड़ी राहत की खबर आते ही कंपनी के शेयरों में जोरदार तेजी देखने को मिली है. फ्यूचर रिटेल (Future Retail) के शेयर में 10 फीसदी का अपर सर्किट लग गया. ग्रुप की बाकी कंपनियों के शेयरों में भी रौनक देखने को मिली. (Photo: Getty Images)
 

Future ग्रुप के सभी शेयरों में तेजी
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गुरुवार को कारोबार के अंत में Future Consumer के शेयर 13.48% बढ़कर 8 रुपये पर बंद हुआ. वहीं Future Lifestyle Fashion के शेयर में 5 फीसदी का अपर सर्किट लगकर 53.90 रुपये पर बंद हुआ. जबकि Future Enterprises के शेयर 10 फीसदी बढ़कर 9.45 रुपये पर बंद हुआ. 

सुप्रीम कोर्ट से ग्रुप को राहत
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दरअसल, Reliance-Future Group Deal से अमेरिकी कंपनी Amazon सहमत नहीं है, और मामला अदालत में चल रहा है. लेकिन फिलहाल सुप्रीम कोर्ट ने इस विवाद से जुड़े दिल्ली हाई कोर्ट में चल रहे मामले में रोक लगा दी है. जिससे फ्यूचर ग्रुप को थोड़ी राहत मिली है. 

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सुप्रीम कोर्ट की दलील
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सुप्रीम कोर्ट ने मामले में फ्यूचर ग्रुप को राहत देते हुए उसके खिलाफ दिल्ली हाईकोर्ट में चल रही जब्ती की कार्रवाई पर रोक लगा दी. साथ ही कई और प्राधिकरणों को अंतिम फैसला देने से रोक दिया है. फ्यूचर ग्रुप ने हाई कोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी. सुप्रीम कोर्ट का कहना है कि वो मामले में हितों को बैलेंस करने की कोशिश कर रहा है, इसलिए उसने ये रोक लगाई है.

NCLT, CCI भी नहीं कर सकते आदेश पारित
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NCLT, CCI भी नहीं कर सकते आदेश पारित
इतना ही नहीं सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले से जुड़े अन्य मामलों में NCLT, NCLAT, SEBI और CCI सहित अन्य सभी न्यायाधिकरणों के किसी तरह का अंतिम आदेश पारित करने पर भी रोक लगाई है. ये रोक 4 हफ्ते के लिए लगाई गई है. डील में रुकावट की वजह से फ्यूचर ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट आई है. फ्यूचर रिटेल का शेयर पिछले एक साल में 50 फीसदी फिसल चुका है. 
 

क्या है Reliance-Future Deal
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क्या है Reliance-Future Deal
फ्यूचर ग्रुप की कंपनी फ्यूचर रिटेल के पास बिगबाजार जैसा बड़ा रिटेल ब्रांड है. वहीं रिलायंस इंडस्ट्रीज देश के रिटेल बाजार में अपना दखल बढ़ाने की इच्छा रखती है. इसी के मद्देनजर दोनों कंपनियों के बीच 29 अगस्त 2020 को 24,713 करोड़ रुपये का एक सौदा हुआ. इस सौदे के पूरे होने के बाद रिलायंस को बिग बाजार के साथ-साथ फ्यूचर ग्रुप के अन्य रिटेल, गोदाम, लॉजिस्टिक और थोक कारोबार का मालिकाना हक मिल जाएगा.

क्या है Amazon के साथ विवाद
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क्या है Amazon के साथ विवाद
अब इस सौदे में एमेजॉन के साथ एक पेच फंसा है. दरअसल फ्यूचर रिटेल में फ्यूचर ग्रुप की ही एक और कंपनी फ्यूचर कूपन्स की हिस्सेदारी है. इस फ्यूचर कूपन्स में 2019 में एमेजॉन ने 49% हिस्सेदारी खरीदी थी. साथ ही उसे ये अधिकार भी मिला था कि भविष्य में फ्यूचर ग्रुप जब भी कंपनी की हिस्सेदारी बेचना चाहेगा तो एमेजॉन के पास उसे खरीदने का पहला अधिकार होगा.

किशोर बियानी का कारोबार
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यही एक बात किशोर बियानी के फ्यूचर समूह को रिलायंस के साथ सौदो करने से रोकती है. इस मामले में एमेजॉन ने सिंगापुर की मध्यस्थता अदालत में गुहार लगाई और 25 अक्टूबर 2020 को अपने पक्ष में फैसला कराने में सफल रही. सिंगापुर की मध्यस्थ अदालत के फैसले के बाद रिलायंस के साथ हुआ सौदा रुक गया.

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