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बिज़नेस न्यूज़

Independence Day 2024: कभी अंग्रेजों की शान थे ये 10 ब्रिटिश ब्रांड... आज इन पर भारतीयों का राज!

देश मना रहा है स्वतंत्रता दिवस का जश्न
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आज पूरा देश 78वां गणतंत्र दिवस (Independence Day) सेलिब्रेट कर रहा है. आज दुनिया में भारत तमाम अर्थव्यवस्थाओं को पीछे छोड़ते हुए सबसे तेजी से आगे बढ़ रही है और पांचवीं सबसे बड़ी इकोनॉमी है. अंग्रेजों की गुलामी से 1947 में आजादी मिलने के बाद से देश में बहुत कुछ बदला है. इंडियन बिजनेस सेक्टर की बात करें, तो आजादी मिलने के बाद भी लंबे समय तक भारत में कारोबारी जगत में ब्रिटिश कंपनियों का दबदबा बना रहा था. लेकिन अब समय बदल चुका है और अब अंग्रेजों की शान माने जानें वाले फेमस ब्रिटिश ब्रांड पर भारतीयों का राज है और ये इंडियन कंपनियों का हिस्सा बन चुके हैं. आइए जानते हैं ऐसे ही 10 ब्रांड्स के बारे में...

East India Company
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East India Company
ईस्ट इंडिया कंपनी (East India Company) का नाम न केवल पढ़े-लिखे लोग, बल्कि ऐसे लोग भी जानते होंगे, जो कभी स्कूल-कॉलेज न गए हों. आखिर यही वो कंपनी ने जिसने लंबे समय तक भारतीयों को गुलाम बनाकर रखा था और भारत पर राज किया था. सन 1600 ईस्वी के आस-पास भारत की जमीन पर इस कंपनी का पहला कदम पड़ा था और फिर इसने ऐसी जड़ें जमाईं कि सैकड़ों सालों तक पूरे देश पर शासन किया. साल 1857 तक भारत पर कंपनी राज ही था. हालांकि, उस समय यह कंपनी एग्रीकल्चर से लेकर माइनिंग और रेलवे तक सारे काम करती थी. ये सबसे बड़ा नाम है जिसमें अब भारतीय मूल के बिजनेस का राज चलता है. जी हां, संजीव मेहता ने इसे खरीदने के बाद ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म बना दिया. अब यह कंपनी चाय, कॉफी, चॉकलेट आदि की ऑनलाइन बिक्री करती है.
 

Jaguar Land Rover
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Jaguar Land Rover
कभी ब्रिटिशर्स की शान मानी जाने वाली लग्जरी कार कंपनी जगुआर लैंड रोवर की कमान भी भारत के हाथ में है. इसके भारतीय हाथों में पहुंचने की कहानी बेहद ही दिलचस्प है. दरअसल, JLR ब्रिटिश कंपनी थी, जिसे पहले अमेरिकी कंपनी फोर्ड मोटर्स (Forbe's Motors) ने खरीदा था. लेकिन, भारत के सबसे पुराने कारोबारी घरानों में से एक Tata Group ने साल 2008 में इसे फोर्ड मोटर्स से खरीद लिया था. इससे टाटा संस के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा (Ratan Tata) के बदले की कहानी भी जुड़ी हुई है. दरअसल, एक समय जब रतन टाटा अपने पैसेंजर कार डिवीजन को बेचना चाहते थे, तो फोर्ड चेयरमैन ने उनका मजाक उड़ाया था. फिर इस अपमान का बदला लेते हुए टाटा ग्रुप ने जैगुआर लैंड रोवर को ही खरीद लिया था. टाटा के हाथ आने के बाद जगुआर लैंड रोवर सिर्फ ब्रिटेन में ही नहीं, बल्कि ग्लोबल मार्केट में भी अव्वल लग्जरी कार कंपनियों में से एक बन गई.
 

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Corus Group
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Corus Group
ब्रिटेन की दिग्गज कंपनियों की खरीदारी करने के मामले में सबसे आगे टाटा ग्रुप का ही ना रहा है. टाटा की अभी तक की गई शॉपिंग की लिस्ट में एक और  बड़ा ब्रिटिश ब्रांड Corus Group शामिल है, जो कि दुनिया भर के स्टील मार्केट में ब्रिटेन का झंडा बुलंद करता था. इस ब्रिटिश स्टील कंपनी को टाटा समूह की कंपनी टाटा स्टील लिमिटेड ने साल 2007 में खरीदा था. इसके बाद ब्रिटेन की इस कंपनी को Tata Steel Europe नाम से जाना जाता है.
 

Tetley Tea
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Tetley Tea
भारत में जब अंग्रेजों का शासन था, तब उनके द्वारा देश में कई चीजें लाई गईं और इनमें से एक चाय भी थी. चाय के शौकीनों के मामले में भारत आगे है और यहां चाय की चुस्की के साथ लोगों की सुबह की शुरुआत होती है. ब्रिटिश ब्रांड Tetley Tea का इतिहास लगभग 200 साल पुराना है और अब इसपर भी टाटा ग्रुप का कब्जा है. समूह की कंपनी टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड ने इसे खरीदा था और अब ये टॉप सेलिंग टी ब्रांड है. 

भारत में जब अंग्रेजों का शासन था, तब उनके द्वारा देश में कई चीजें लाई गईं और इनमें से एक चाय भी थी. चाय के शौकीनों के मामले में भारत आगे है और यहां चाय की चुस्की के साथ लोगों की सुबह की शुरुआत होती है. ब्रिटिश ब्रांड Tetley Tea का इतिहास लगभग 200 साल पुराना है और अब इसपर भी टाटा ग्रुप का कब्जा है. समूह की कंपनी टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स लिमिटेड ने इसे खरीदा था और अब ये टॉप सेलिंग टी ब्रांड है. 

Diligenta
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Diligenta
टाटा ग्रुप के हाथ में एक औऱ ब्रिटिश ब्रांड की कमान है, जो कभी ब्रिटेन के आईटी सेक्टर का अहम हिस्सा हुआ करता था. हम बात कर रहे हैं ब्रिटिश आईटी कंपनी Diligenta की, जिसे भारत की सबसे बड़ी IT Firm टीसीएस ने खरीदा था. भारतीय हाथों में आने के बाद अब डिलिजेंटा टीसीएस की सब्सिडियरी के तौर पर काम करती है और यह अमेरिका और यूरोपीय देशों में रिटेल, फाइनेंस, बैंकिंग जैसे सेक्टरों को आईटी सेवाएं देती है. 
 

Royal Enfield
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Royal Enfield
रॉयल एनफील्ड ब्रिटिश मोटरसाइकिलिंग का आइकॉनिक ब्रांड है. ब्रिटेन के Redditch में स्थित The Enfield Cycle Company Ltd रॉयल एनफील्ड ब्रांड नाम से 1901 में ऑपरेशन शुरू किया था. आजादी के कई दशक बाद तक यह ब्रांड ब्रिटिश बना रहा. 1994 में इसे भारतीय वाहन कंपनी आयशर मोटर्स ने खरीद लिया. आज क्लासिक बाइक सेगमेंट रॉयल एनफील्ड का दबदबा है. खासकर भारत के क्लासिक बाइक बाजार में यह ब्रांड राज करता है.
 

Hamleys
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Hamleys
खिलौने बनाने वाली ये कंपनी भी ब्रिटेन से ताल्लुक रखती है और प्रीमियम खिलौनों के मामले में इस ब्रिटिश ब्रांड को दुनिया भर में सिंबल माना जाता है. भारत समेत अमेरिका, ब्रिटेन, चीन जैसे बड़े बाजारों में इस कंपनी का बड़ा कारोबार है. ये खिलौना ब्रांड एशिया के सबसे अमीर इंसान मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के पोर्टफोलियो में शामिल है. साल 2019 में रिलायंस ने इसे खरीद लिया था. फिलहाल, दुनिया भर में Hamleys के 200 से ज्यादा रिटेल स्टोर हैं. 
 

Optare
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Optare
भारतीय कंपनियों के पास आए ब्रिटिश ब्रांडों की लिस्ट में अगला नाम British बस मैन्युफैक्चरर कंपनी ऑप्टेर भी शामिल है. सिंगल डेकर, डबल डेकर, टूरिस्ट, लग्जरी और इलेक्ट्रिक बस बनाने वाली ये कंपनी भारतीय ऑटोमोबाइल कंपनी अशोक लीलैंड (Ashok Leyland) का हिस्सा है. इलेक्ट्रिक बस बनाने के मामले में ये कंपनी आज अव्वल मानी जाती है.
 

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BSA Motorcycles
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BSA Motorcycles
भारत के क्लासिक बाइक बाजार में बीते दिनों कई बदलाव हुए हैं. इस सेगमेंट की डिमांड और संभावनाओं को देखते हुए ऑटो कंपनी महिंद्रा एंड महिंद्रा ने काफी तैयारी की है. महिंद्रा समूह की क्लासिक लीजेंड ने इसकी शुरुआत 2016 में BSA Motorcycles की खरीदारी के साथ की. यह ब्रांड कभी ब्रिटेन के टॉप कारोबारी घरानों में से एक Birmingham Small Arms Company के पास था. दिवालिया हो जाने के बाद क्लासिक लीजेंड ने इसका अधिग्रहण कर लिया. हाल ही में BSA Goldstar 650 के लॉन्च के साथ इस ब्रांड की वापसी हुई है.

Imperial Energy
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Imperial Energy
ब्रिटेन की इस पेट्रोलियम और गैस कंपनी को खरीदा है सरकारी कंपनी ओएनजीसी ने. यह कंपनी रूस, ब्रिटेन और अन्य यूरोपीय देशों में काम करती है. इसे साइबेरिया क्षेत्र में क्रूड ऑयल की सबसे बड़ी कंपनी माना जाता है. कंपनी साइबेरिया के अपने कुओं से कई देशों को तेल और गैस का निर्यात करती है.
 

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