रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने फिर दोहराया है कि भारतीय अर्थव्यवस्था में तेजी से सुधार देखने को मिल रहा है. आरबीआई के एक आर्टिकल में कहा गया है कि तीसरी तिमाही में ही जीडीपी पॉजिटिव दायरे में आ सकती है. (Photo: File)
दरअसल, आरबीआई के बुलेटिन में 'अर्थव्यवस्था की स्थिति' शीर्षक से एक आर्टिकल में कहा गया है कि सितंबर-दिसंबर तिमाही में जीडीपी ग्रोथ रेट सकारात्मक रहने का अनुमान है. क्योंकि भारतीय अर्थव्यवस्था कोविड-19 की मार से तेजी से उबर रही है. (Photo: File)
कोरोना संकट की वजह से मौजूदा वित्त-वर्ष की पहली तिमाही में जीडीपी में 23.9 फीसदी की गिरावट देखी गई थी. जबकि दूसरी तिमाही में जीडीपी ग्रोथ -7.5 फीसदी दर्ज की गई थी. लेकिन अब आरबीआई का अनुमान है कि तीसरी तिमाही में जीडीपी पॉजिटव दायरे में आ सकती है. (Photo: File)
कई रिपोर्ट्स का हवाला देते हुए आरबीआई ने कहा है कि तीसरी तिमाही में यह जीडीपी की वास्तविक ग्रोथ पॉजिटिव दायरे में आते हुए 0.1 फीसदी रह सकती है. इसके अलावा आरबीआई की इस रिपोर्ट में अनुमान लगाया गया है कि चालू वित्त वर्ष में देश की जीडीपी में 9.5 फीसदी की गिरावट दर्ज की जाएगी. (Photo: File)
आरबीआई की मानें तो भारतीय अर्थव्यवस्था में जिस तेजी से गिरावट दर्ज की गई, उससे अधिक तेजी के साथ रिकवरी देखी जा रही है. इकोनॉमी में तेज रिकवरी के पीछे दो फैक्टर्स काम कर रहे हैं. एक तो कोरोना के मामले लगातार कम हो रहे हैं, दूसरा सरकार ने इकोनॉमी में सुधार के लिए कई कदम उठाए हैं. कोरोना संकट के दौरान कई आर्थिक पैकेज दिए गए हैं. (Photo: File)
रिपोर्ट में कहा गया है कि कोरोना वायरस के मामलों में कमी से निवेश और खपत की मांग को समर्थन मिल रहा है. वहीं आर्थिक गतिविधियों में तेजी आई है. जैसे पीएमआई, बिजली खपत, माल ढुलाई, जीएसटी के आंकड़ों से पता चलता है कि दूसरी छमाही से जो तेजी आई है, वह आगे भी रहने की उम्मीद है. (Photo: File)