योग गुरु बाबा रामदेव (Baba Ramdev) की स्वामित्व वाली रुचि सोया (Ruchi Soya) का 4,300 करोड़ रुपये का फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर (FPO) बंपर हिट साबित हुआ. FPO की लिस्टिंग के दिन NSE पर कंपनी के स्टॉक में 14.71 फीसदी का उछाल देखने को मिला था. कंपनी के स्टॉक में महज दो सत्र में करीब 25 फीसदी का उछाल देखने को मिला है. आइए जानते हैं कि कंपनी की शुरुआत कैसे हुई और कंपनी किस नाम से प्रोडक्ट्स बनाती है.
1986 में कंपनी की शुरुआत: Ruchi Soya Industries Limited (Ruchi Soya) की शुरुआत 1986 में हुई थी. एडिबल ऑयल, सोयाबीन और पाम ऑयल सेक्टर के प्रोडक्ट्स बनाने वाली यह कंपनी जल्द ही भारत की प्रमुख एफएमसीजी कंपनियों में शामिल हो गई थी. 2011 तक यह कंपनी अपने शिखर पर थी. यहां तक कि 2015 तक कंपनी अच्छा-खासा प्रॉफिट कमा रही थी.
2019 में पतंजिल ने किया अधिग्रहणः बाद में कंपनी की स्थिति बिगड़ी और यह मामला एनसीएलटी पहुंच गया. 2019 में बाबा रामदेव की अगुवाई वाली पतंजलि आयुर्वेद (Patanjali Ayurved) ने इंसॉल्वेंसी प्रोसेस के जरिए 4,350 करोड़ रुपये में कंपनी का अधिग्रहण किया था.
दो साल में फायदे में आई कंपनी: 2019 में Patanjali Ayurved द्वारा Ruchi Soya के अधिग्रहण के बाद कंपनी के हालात तेजी से बदलने लगे. इसके महज दो साल बाद कंपनी फायदे में आ गई. इस छोटी सी अवधि में कंपनी के कायापलट के बारे में पूछे जाने पर एक बार बाबा रामदेव ने 'बिजनेस टुडे' से कहा था, "Ruchi Soya पतंजलि आयुर्वेद की कुलवधु है. जब कोई लड़की किसी जाने-माने परिवार की सदस्य बनती है तो उसकी ब्रांड इक्विटी खुद-ब-खुद बढ़ जाती है. रुचि सोया के साथ भी ऐसा ही हुआ."
अब कर्जमुक्त हुई कंपनी: Ruchi Soya के चेयरमैन आचार्य बालकृष्ण ने शुक्रवार को एसबीआई के चेयरमैन दिनेश कुमार खारा को 2,925 करोड़ रुपये का चेक दिया था. इसके बाद उन्होंने कहा था कि रुचि सोया (Ruchi Soya) पूरी तरह कर्जमुक्त कंपनी बन गई है.
कंपनी बनाती है ये प्रोडक्ट्स: Ruchi Soya कई ब्रांड नेम से प्रोडक्ट्स बनाती है. इनमें Nutrela, Mahakosh, Ruchi, Sunrich, Ruchi Gold शामिल हैं. कंपनी Ruchi Star Soyabean Oil, रुचि नंबर 1 वनस्पति, महाकोष रिफाइंड सोयाबीन ऑयल, रुचि सनलाइट ऑयल, सनरीच रिफाइंड सनफ्लावर ऑयल, रुचि गोल्ड पामोलीन ऑयल बनाती है. वहीं, कंपनी के Nutrela Soya Chunks भी काफी पॉपुलर हैं.