सितंबर महीना प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) बाजार के लिए पिछले 30 महीने यानी करीब ढाई साल में सबसे गुलजार साबित हुआ है. करीब पांच महीने यह बाजार ठंडा रहने के बाद सितंबर महीने में आठ आईपीओ आ गये. इन सभी आईपीओ के द्वारा कंपनियों ने 7 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा रकम जुटाई है.
इसके पहले मार्च 2018 में आठ आईपीओ लॉन्च हुए थे. इसके बाद ढाई के साल दौरान किसी भी महीने तीन से ज्यादा आईपीओ नहीं आए. पूरे एक दशक की बात करें तो सितंबर 2010 सबसे ज्यादा 15 कंपनियों के आईपीओ आये थे.
सितंबर 2020 यानी पिछले महीने जो आठ आईपीओ आये उसमें सबसे बढ़िया स्वागत हैपिएस्ट माइंड्स टेक्नोलॉजीज और केमकॉन स्पेशलिटी केमिकल्स का हुआ. ये दोनों आईपीओ करीब 150 गुना ज्यादा सब्सक्राइब हुए.
इनके अलावा रूट मोबाइल, CAMS और एंजेल ब्रोकिंग को 3 से 73 गुना के बीच सब्सक्रिप्शन हासिल हुआ. इसके अलावा तीन अन्य आईपीओ सितंबर के अंत में आए- यूटीआई एएमसी, मझगांव डॉक शिपबिल्डर्स और Likhitha इन्फ्रास्ट्रक्चर जो 1 अक्टूबर यानी गुरुवार को बंद हुए हैं.
इनमें से कई आईपीओ की लिस्टिंग भी जबरदस्त रही है. हैपिएस्ट माइंड्स लिस्टिंग के दिन 123 फीसदी का उछाल आया जबकि रूट मोबाइल्स में 86 फीसदी की जबरदस्त बढ़त हुई.
प्राइम डेटाबेस के एमडी प्रणव हल्दिया ने कहा कि सितंबर आईपीओ को लेकर बने उत्साह की कई वजहें हैं. पहले से आईपीओ लाने की कई कंपनियां तैयारी कर रही थीं, लेकिन कोरोना की वजह से यह टलता जा रहा था. इसके अलावा नकदी की अधिकता की वजह से बाजार में भी तेजी दिख रही है.