होटल ताज (Taj Hotel) टाटा समूह की 'इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड' (IHCL) का ब्रांड है और इसके नाम बड़ी उपलब्धि जुड़ी है. दरअसल, साल 2024 में 'ताज' को दुनिया का सबसे मजबूत होटल ब्रांड चुना गया है. वर्ल्ड ऑफ स्टेटिस्टिक्स पर शेयर किए गए ब्रिटेन की ब्रांड वैल्यूएशन कंसल्टेंसी Brand Finance के डाटा के मुताबिक, टॉप-10 पावरफुल होटल की लिस्ट में Taj सबसे ऊपर है.
वर्ल्ड ऑफ स्टेटिस्टिक्स ने शेयर की लिस्ट
ब्रिटेन की ब्रांड वैल्यूएशन कंसल्टेंसी ‘Brand Finance' ने अपनी सालाना रिपोर्ट में टाटा ग्रुप के इस होटल ब्रांड ताज को दुनिया का सबसे स्ट्रॉन्ग होटल ब्रांड करार दिया है. World Of Statistics ने इनमें से टॉप-10 होटलों की लिस्ट शेयर की है. सबसे खास बात ये है कि जिन अंग्रेजों से मिले अपमान का बदला लेने के लिए इस होटल की शुरुआत हुई थी, उन्हीं ने इसे दुनिया का सबसे मजबूत ब्रांड करार दिया है.
Top 10 Strongest Hotel Brands 2024
— World of Statistics (@stats_feed) June 19, 2024
1.🇮🇳 Taj
2.🇺🇸 Renaissance Hotels
3.🇺🇸 Double Tree
4.🇺🇸 Embassy Suites
5.🇺🇸 Marriot
6.🇨🇳 Hanting Hotel
7.🇨🇳 JI Hotel
8.🇺🇸 Hilton
9.🇭🇰 Shangri-La
10.🇸🇪 Scandic Hotels
(Brand Finance)
ये हैं दुनिया के टॉप-10 होटल ब्रांड
बात करें दुनिया के 10 सबसे स्ट्रांग होटल ब्रांड्स के बारे में, तो ब्रांड फाइनेंस के मुताबिक पहले पायदान पर भारत का Taj, दूसरे से पांचवें नंबर तक अमेरिका के होटल क्रमश: Renaissance, Double Tree, Embassy Suites और Marriot का नाम है. छठे पायदान पर चीन (China) का हैंटिंग होटल, सातवें पर भी चीन का JI Hotel है. लिस्ट में आठवें नंबर पर अमेरिका का Hilton Hotel, नौंवे पर हांगकांग का Shangri-La Hotel और 10वें पायदान पर स्वीडन का स्कैंडिक होटल (Scandic Hotels) ब्रांड है.
अंग्रेजों से मिले अपमान से शुरुआत
Taj Hotels की शुरुआत की कहानी बेहद दिलचस्प है और ये एक बदले से जुड़े हुई है. दरअसल, टाटा समूह के संस्थापक जमशेदजी टाटा ने आधुनिक भारत के लिए कई सपने देखे थे. उनमें से 'ताज होटल' बनाने का सपना सबसे खास था. देश का पहला ताज होटल मुंबई में 'गेट वे ऑफ इंडिया' के सामने 1903 में खुला था. ये जमशेदजी के सपनों में खास इसलिए था, क्योंकि इसकी शुरुआत उन्होंने अपने अपमान का बदला लेने के लिए की थी.
क्या हुआ था जमशेदजी टाटा के साथ?
टाटा समूह (Tata Group) की वेबसाइट के मुताबिक जमशेदजी टाटा को एक बार उनके किसी विदेशी मित्र ने उस समय मुंबई के एक फेमस होटल में मिलने के लिए बुलाया. लेकिन जब वह अपने मित्र के साथ काला घोड़ा स्थित वाटसन्स होटल (Watson’s Hotel) पहुंचे, तो वहां उनका अपमान किया गया. उस समय ये सबसे नामी हुआ करता था, लेकिन इसमें सिर्फ यूरोपीय लोगों को एंट्री की अनुमति थी. जमशेदजी जब होटल पहुंचे तो मैनेजर ने उन्हें ये कहते हुए बाहर रोक दिया कि 'हम भारतीयों को अंदर आने की इजाजत नहीं देते.' उस दौर में कई ब्रिटिश होटल्स इस तरह का नस्लभेद किया करते थे.
14 साल में बनकर तैयार, 1903 में शुरुआत
ये बात जमशेदजी टाटा को चुभ गई और अंग्रेजों के होटल में हुए इस अपमान का बदला लेने के लिए उन्होंने लग्जरी होटल बनाने की ठान ली. बस यहीं से हो गया Taj Hotel का आगाज. हालांकि, इसे बनने में 14 साल का लंबा समय लगा और 16 दिसंबर 1903 को मुंबई में इसकी शुरुआत की गई. ताज होटल की विरासत ही सिर्फ उसे महान नहीं बनाती, बल्कि इसका मजबूती से खड़े रहना भी इसकी शान का हिस्सा है. साल 2008 में जब 26/11 का मुंबई हमला हुआ था, तो ये होटल भी उसका गवाह बना था.