टर्म प्लान (टर्म इंश्योरेंस) हर किसी को लेना चाहिए. आप जितनी कम उम्र में टर्म प्लान ले लेंगे प्रीमियम उतना कम लगेगा. दरअसल, हमारे देश में टर्म इंश्योरेंस लेने में पढ़े-लिखे लोग भी अक्सर हिचकिचाते हैं, इसके पीछे तर्क होता है कि इसमें कोई रिटर्न नहीं मिलता है. लेकिन यही वो भूल कर जाते हैं, टर्म प्लान को कभी भी निवेश के नजरिये से नहीं देखना चाहिए.
दरअसल, टर्म प्लान सुनिश्चित करता है कि आपके न रहने पर आपके परिवार को रोटी, कपड़ा, मकान वगैरह की आवश्यकता पूरी होती रहे. यानी बीमाधारक की मौत के बाद टर्म प्लान परिवार के लिए आर्थिक तौर सबसे बड़ा सहारा बन जाता है. अब सोचिए जरा, जिस परिवार के लिए आप दिन-रात मेहनत करते हैं, आपके न होने पर उनकी जरूरतें कैसे पूरी होंगी? इसलिए हर किसी को परिवार के आर्थिक तौर पर सुरक्षित भविष्य के लिए टर्म इंश्योरेंस प्लान लेना चाहिए.
टर्म प्लान दो तरीके से आप खरीद सकते हैं. आप ऑनलाइन घर बैठे टर्म प्लान खरीद सकते हैं. देश की सभी बीमा कंपनियां टर्म इंश्योरेंस उपलब्ध कराती है. इसके अलावा एजेंट की मदद से भी आप टर्म प्लान ले सकते हैं. लेकिन ऑनलाइन टर्म प्लान बेहद सस्ता होता है. अगर आपकी उम्र 30 साल के आसपास है तो फिर आपको 8,000 से 10,000 रुपये सालाना प्रीमियम पर एक करोड़ तक का कवर मिल जाएगा.
आप जिस घरवाले के लिए टर्म प्लान लेते हैं, उन्हें इस इंश्योरेंस के बारे में जरूत बता दें. बकायदा जब आप ऑनलाइन या ऑफलाइन टर्म इंश्योरेंस खरीदते हैं तो कंपनी बॉन्ड पेपर डाक द्वारा भेजती है, जो एक अहम दस्तावेज होता है. जिससे संभाल कर रखें और परिवार के अहम सदस्य को इस दस्तावेज के बारे में जरूर बता दें, साथ ही उन्हें बता दें कि आपने कितने (sum assured) रुपये का टर्म प्लान ले रखा है.
दरअसल, आज की तारीख में तमाम बीमा कंपनियों के प्रीमियम का भुगतान लोग ऑनलाइन करते हैं, फिर कंपनी रिसीप्ट भी ऑनलाइन मेल पर भेज देती है. जो बीमाधारक को पता होता है. लेकिन अगर बीमाधारक की किसी वजह से मौत हो जाती है, तो फिर परिवार को क्लेम के दस्तावेज जुटाने में शुरुआती दिक्कतें आ सकती हैं. इसलिए हमेशा पेमेंट रिसीप्ट की एक-दो कॉपी प्रिंट कर घर में रख दें, ताकि बीमाधारक के न होने पर परिवारवाले तुरंत उस दस्तावेज की मदद से बीमा राशि के लिए क्लेम कर पाएं.
गौरतलब है कि टर्म इंश्योरेंस होल्डर की मौत होने पर नॉमिनी को कवरेज राशि मिल जाती है. टर्म इंश्योरेंस जितनी कम उम्र में लेंगे, उतना कम प्रीमियम लगेगा. यानी उम्र के साथ-साथ प्रीमियम भी बढ़ जाता है. एक बार टर्म इंश्योरेंस प्लान खरीदने के बाद पॉलिसी खत्म होने तक प्रीमियम में कोई बदलाव नहीं होता है. पॉलिसी लेते वक्त कंपनी का क्लेम सैटलमेंट अनुपात पर जरूर ध्यान दें. (Photo: getty)