बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने मिडिल क्लास को बड़ी राहत देते हुए इनकम टैक्स नियम में बदलाव करने का ऐलान किया था. उन्होंने 12 लाख रुपये तक की सलाना कमाई वाले टैक्सपेयर्स को इनकम टैक्स भुगतान की कैटगरी से बाहर कर दिया. यानी कि अगर कोई व्यक्ति 12 लाख रुपये की सालाना कमाई करता है तो उसे 1 भी रुपये का टैक्स नहीं देना होगा. पहले न्यू टैक्स रिजीम के तहत यह लिमिट 7 लाख रुपये थी.
वहीं स्टैंडर्ड डिडक्शन 75000 रुपये को भी शामिल किया गया, जो सैलरीड एम्प्लाई पर लागू होगा. यानी वेतनभोगी या सैलरीड कर्मचारियों को 12.75 लाख की कमाई पर एक भी रुपये का टैक्स नहीं देना होगा. ये नियम नए वित्त वर्ष 2026 यानी आज 1 अप्रैल 2025 से लागू हो रहा है. अब आइए कुछ कैलकुलेशन दे लेते हैं कि अगर आपकी कमाई 1 लाख रुपये मंथली या उससे ज्यादा है तो कितना टैक्स देना होगा.
1 लाख रुपये की कमाई वाले को कितना देना होगा टैक्स?
1 लाख रुपये मंथली सैलरी पाने वालों की सालाना इनकम 12 लाख रुपये होगी. ऐसे में उसे एक भी रुपये का टैक्स नहीं देना होगा. वहीं अगर आप 12 लाख 75 हजार रुपये की कमाई करते हैं यानी मंथली 1 लाख 6 हजार 250 रुपये कमाते हैं और आप एक सैलरीड एम्प्लाई हैं तो भी आपको 1 रुपये का टैक्स नहीं देना होगा.
13 लाख रुपये की कमाई पर कितना देना होगा टैक्स?
अगर जानते हैं कि अगर किसी की सालाना सैलरी 13 लाख रुपये है, तो उसे कितने रुपये का टैक्स देना होगा? आइए समझते हैं ये पूरा कैलकुलेशन.
न्यू टैक्स रिजीम (2024)-
अब इस हिसाब से 13 लाख की आय पर टैक्स को कैलकुलैट करते हैं, तो...
13 में से 75000 रुपये स्टैंडर्ड डिडक्शन घटाने के बाद कुल 12.25 लाख रुपये पर टैक्स देनदारी बनेगी.
(Note: 12 से 16 लाख के स्लैब में 13 लाख की आय वालों की इनकम सिर्फ 25 हजार रुपये रह जाती है, जिसपर 15 फीसदी आयकर लागू होता है. इस हिसाब 13 लाख की आय पर इनकम टैक्स 63,750 रुपये बनता है, इसपर अलग से 4 फीसदी सेस की व्यवस्था है, जो कि 2250 रुपये बनता है. इस तरह से कुल आयकर 66,000 रुपये होता है. लेकिन मार्जिनल रिलीफ के कारण इसपर टैक्स सिर्फ 25 हजार रुपये ही देना होगा.)
मार्जिनल रिलीफ का मतलब- कोई भी टैक्स देनदारी टैक्सेबल इनकम से ज्यादा नहीं होनी चाहिए. अगर टैक्स देनदारी ज्यादा हुई तो मार्जिनल रिलीफ का नियम लागू होगा और फिर टैक्सेबल इनकम के बाराबर ही टैक्स देना होगा.
15 लाख सालाना कमाई पर कितना टैक्स देना होगा?
चूंकि 15 लाख रुपये, न्यू टैक्स रिजीम की इनकम टैक्स छूट लिमिट 12 लाख रुपये से ज्यादा है. इसलिए 15 लाख रुपये की सालाना कमाई पर टैक्स कैलकुलेशन टैक्स स्लैब के अनुसार किया जाएगा.
स्टैंडर्ड डिडक्शन घटाने के बाद....
1500000- 75000 = 14,25000 रुपये
इस कैलकुलेशन के आधार पर वेतनभोगी के लिए 15 लाख की सालाना कमाई पर New Tax Regime 2025 के तहत 97,500 रुपये टैक्स देना पड़ेगा.