मौजूदा वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही में कई लार्ज कैप कंपनियों ने जोरदार मुनाफा दर्ज किया. कॉरपोरेट डेटाबेस ACE इक्विटी के पास उपलब्ध डेटा से पता चला है कि लार्ज-कैप इक्विटी बेंचमार्क BSE 100 इंडेक्स में लिस्टेड 100 ब्लू चिप शेयरों का कॉम्बाइंड नेट प्रॉफिट Q1FY24 में 15 फीसदी बढ़कर 2.42 लाख करोड़ रुपये हो गया है, जो Q4FY23 (तिमाही) में 2.11 लाख करोड़ रुपये रहा था.
मजबूत कमाई के दम पर, बीएसई 100 इंडेक्स ने इस साल अब तक 29 अगस्त, 2023 तक सात फीसदी से अधिक का रिटर्न (YTD) दिया है. लेकिन कुछ ऐसी कंपनियां हैं, जिन्होंने जोरदार मुनाफा कमाया, लेकिन उनके स्टॉक प्रदर्शन कमजोर रहा है. मतलब ये कि उनका तिमाही मुनाफा बढ़ा है, लेकिन स्टॉक की कीमतों में गिरावट आई है.
एसीसी सीमेंट को बंपर मुनाफा
अडानी समूह के स्वामित्व वाली सीमेंट कंपनी एसीसी लिमिटेड ने जून की तिमाही में जोरदार मुनाफा कमाया. Q1FY24 में कंपनी का मुनाफा तिमाही दर तिमाही (QoQ) आधार पर 98 प्रतिशत बढ़कर 466.1 करोड़ रुपये हो गया है, जो पिछली तिमाही Q4 FY23 में 235.6 करोड़ रुपये था. एसीसी की ग्रॉस सेल तिमाही दर तिमाही आधार पर 9 प्रतिशत बढ़कर 4,791 करोड़ रुपये से 5,201 करोड़ रुपये पर पहुंच गई. यह स्टॉक 30 दिसंबर 2022 को 2441.4 रुपये से 29 अगस्त 2023 को 19 फीसदी गिरकर 1981.9 रुपये पर आ गया. एसीसी का मौजूदा मार्केट कैपिटलाइजेशन 37,218 करोड़ रुपये है.
अडानी पोर्ट्स के शेयर फिसले
एसीसी के बाद अडानी समूह की ही कंपनी अडानी पोर्ट्स और स्पेशल इकोनॉमिक जोन (APSEZ) का स्थान है. क्योंकि लॉजिस्टिक क्षेत्र की इस दिग्गज कंपनी का नेट प्रॉफिट तिमाही दर तिमाही आधार पर 83 प्रतिशत बढ़कर 2,114.7 करोड़ रुपये हो गया. ग्रॉस सेल भी 8 फीसदी बढ़कर 6247.5 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. लेकिन इस साल अडानी पोर्ट्स के शेयर की कीमत 1.3 फीसदी गिरकर 807 रुपये हो गई है, जबकि इसका एम-कैप 1.74 लाख करोड़ रुपये है.
पिडिलाइट इंडस्ट्रीज के शेयर टूटे
Q1FY24 में फेविकोल बनाने वाली कंपनी पिडिलाइट इंडस्ट्रीज ने नेट प्रॉफिट में 65 फीसदी की बढ़ोतरी हासिल की. कंपनी का मुनाफा 468.2 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो पिछली तिमाही में 283 करोड़ रुपये था. मौजूदा वित्त वर्ष की पहली तिमाही में पिडिलाइट के ग्रॉस सेल में भी इजाफा हुआ और ये 22 फीसदी बढ़कर 3,275 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. हालांकि, 2023 में इसके शेयर 1.3 फीसदी टूटे हैं. केमिकल सेक्टर का यह स्टॉक फिलहाल 1.28 लाख करोड़ रुपये के एम-कैप के साथ 2,513 रुपये पर कारोबार कर रहा.
डाबर के शेयरों में भी गिरावट
FMCG सेक्टर की दिग्गज कंपनी डाबर इंडिया का मुनाफा 301 करोड़ रुपये से 54 प्रतिशत (QoQ) बढ़कर 464 करोड़ रुपये हो गया. लेकिन इसके स्टॉक 1.3 फीसदी गिरकर 554 रुपये पर है. इसका मौजूदा एम-कैप 98,197 करोड़ रुपये है.
एवेन्यू सुपरमार्ट्स का नेट प्रॉफिट पिछली तिमाही के 460 करोड़ रुपये से 43 प्रतिशत बढ़कर 658.8 करोड़ रुपये हो गया. रिटेल सेक्टर का ये स्टॉक 2023 में 12 प्रतिशत गिरकर 3,590 रुपये पर आ गया है और इसका एम-कैप 2.34 लाख करोड़ रुपये है.
इन कंपनियों के स्टॉक भी गिरे
इसके अलावा अंबुजा सीमेंट्स का Q1 में नेट प्रॉफिट 40 प्रतिशत बढ़कर 905.6 करोड़ रुपये हो गया, लेकिन स्टॉक 16 प्रतिशत गिरा है. बजाज फिनसर्व का Q1 में मुनाफा 10 प्रतिशत बढ़कर 1,942.6 करोड़ रुपये हो गया, जबकि इसका स्टॉक 3 प्रतिशत नीचे है. भारतीय स्टेट बैंक के नेट प्रॉफिट में भी इजाफा हुआ. Q1 में मुनाफा 2.4 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 18,536.8 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जबकि स्टॉक में 7 फीसदी की गिरावट आई है.