अडानी ग्रुप की कंपनी अडानी एनर्जी सॉल्यूशन (Adani Energy Solutions) एक बड़ा फंड जुटाने की तैयारी में जुटी है. अडानी ग्रुप (Adani Group) की कंपनी अडानी एनर्जी सॉल्यूशन ने स्मार्ट मीटर प्रोजेक्ट्स के लिए 60 करोड़ डॉलर का फंड जुटाने की कोशिश कर रहा है. ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, यह लोन अमाउंट 3 से 5 साल के लिए हो सकता है.
भारत सरकार देश भर में 25 करोड़ स्मार्ट मीटर लगाने की योजना बना रहा है और इस प्रस्ताव में श्नाइडर इलेक्ट्रिक SE और इलेक्ट्रीसाइट डी फ्रांस SA समेत कंपनियों से भी निवेश आकर्षित हुई हैं. दिसंबर में अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस (Adani Energy Solutions) ने भारत और विदेशों में स्मार्ट मीटर प्रोजेक्ट्स को एग्जीक्यूट करने के लिए संयुक्त अरब अमीरात की एस्यासॉफ्ट के साथ एक कारोबार बनाने पर सहमति व्यक्त की थी.
अडानी को मिला था बड़ा ऑर्डर
इस साल की शुरुआत में एक फाइलिंग के अनुसार, कंपनी ने दिसंबर में समाप्त तिमाही के दौरान 27.6 करोड़ डॉलर के स्मार्ट मीटर इंस्टॉलेशन ऑर्डर हासिल किए और 302 सर्किट किलोमीटर ट्रांसमिशन नेटवर्क जोड़े. अब अडानी का प्लान देशभर में करोड़ों स्मार्ट मीटर लगाने का है.
अडानी-अंबानी के बीच डील
अडानी ग्रुप के द्वारा लोन जुटाने की खबर आने के एक दिन पहले मुकेश अंबानी और अडानी द्वारा एक डील की खबर आई थी. अडानी और अंबानी के बीच डील के अनुसार महान एनर्जी पॉवर प्रोजेक्ट में रिलांयस इंडस्ट्रीज की हिस्सेदारी होगी. RIL ने 27 मार्च को अडानी पावर की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी महान एनर्जी के साथ एक निवेश समझौता किया, जहां रिलायंस इंडस्ट्रीज को 5 करोड़ इक्विटी शेयर आवंटित किए जाने हैं.
20 साल के लिए हुई डील
अडानी पावर ने कहा कि इक्विटी शेयर 50 करोड़ रुपये पर आ गए हैं. यह भारत का विद्युत नियम, 2005 है, जिसने आरआईएल को अडानी पावर की इकाई में हिस्सेदारी लेने के लिए प्रेरित किया है. RIL ने अपने कैप्टिव उपयोग के लिए महान के साथ 20 साल का बिजली खरीद समझौता किया है.
मेटल सेक्टर में भी अडानी की एंट्री
अडानी ग्रुप अब मेटल सेक्टर में भी एंट्री ले चुका है. कंपनी ने कच्छ कॉपर लिमिटेड के परिचालन के तहत एक प्लांट की शुरुआत की है, जो कॉपर का उत्पादन करेगी. इसमें अडानी ग्रुप की ओर से एक बड़ा निवेश किया जाएगा.