अडानी एंटरप्राइजेज के 20,000 करोड़ रुपये के फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर (FPO) ने आखिरी दिन मंगलवार को रफ्तार पकड़ी और ये इश्यू पूरी तरह से सब्सक्राइब हो गया. तीसरे दिन 4,55,06,791 शेयरों के कुल ऑफर साइज के मुकाबले 5,00,84,096 शेयरों के लिए बोलियां प्राप्त हुईं. क्वालीफाइड इंस्टीट्यूशनल बिडर्स (QIB) के लिए रिजर्व कोटा 1.26 गुना बुक हुआ. वहीं, नॉन इंस्टीट्यूशनल निवेशकों को कोटे को 3.26 गुना सब्सक्राइब किया गया. कर्मचारी कोटे के लिए 52 फीसदी बोलियां लगीं, जबकि रिटेल निवेशकों के कोटे के लिए 11 फीसदी बोलियां मिलीं.
स्टॉक ने की वापसी
रिटेल निवेशकों के कोटे के लिए कम बोली इस वजह से लगी, क्योंकि अडानी एंटरप्राइजेज के शेयरों का प्राइस FPO के प्राइस बैंड 3,112 - 3,276 रुपये प्रति शेयर से नीचे आ गया था. हिंडनबर्ग की रिपोर्ट पर आरोपों और प्रति-आरोपों की सीरीज के बीच अडानी ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट देखने को मिली है. हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में अडानी समूह पर कथित धोखाधड़ी और स्टॉक में हेरफेर करने का आरोप लगाया है. हालांकि, अडानी एंटरप्राइजेज के शेयरों ने लगातार दो सत्रों में वापसी की है.
IHC का FPO में 2023 का पहला निवेश
अबु धाबी स्थित इंटरनेशनल होल्डिंग कंपनी (IHC) ने सोमवार को एक बयान जारी कर कहा कि वह अपनी सहायक कंपनी ग्रीन ट्रांसमिशन इन्वेस्टमेंट होल्डिंग आरएचसी (Green Transmission Investment Holding RSC) के जरिए अडानी एंटरप्राइजेज में निवेश करने जा रही है. कंपनी ने कहा कि 20,000 करोड़ रुपये के फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर में वो 400 मिलियन डॉलर का निवेश करेगी. रिपोर्ट के मुताबिक, IHC ने अडानी एंटरप्राइजेज के 2.5 अरब डॉलर के FPO में 16 फीसदी की सब्सक्रिप्शन लिया है. 20,000 करोड़ रुपये का यह एफपीओ निवेश के लिए 27 जनवरी को ओपन हुआ था.
एंकर निवेशकों से जुटाई इतनी रकम
अडानी एंटरप्राइजेज के एफपीओ को एंकर निवेशकों की ओर से अच्छा रिस्पांस मिला था और इसने शेयर आवंटित कर Anchor Investors से पहले ही 5,985 करोड़ रुपये जुटाए हैं. अडानी एंटरप्राइजेज इस FPO से प्राप्त पैसे का कई सेक्टर्स में इस्तेमाल करने वाली है. पोर्ट से लेकर एनर्जी के सेक्टर्स में भी एंट्री की योजना बना रही है.
अडानी ग्रुप ने किया था पलटवार
हिंडनबर्ग ने अपनी रिपोर्ट में अडानी ग्रुप पर मार्केट में हेरफेर और अकाउंट में धोखाधड़ी का आरोप लगाया था. हिंडनबर्ग की रिपोर्ट पर पलटवार करते हुए गौतम अडानी के नेतृत्व वाले अडानी ग्रुप ने आरोपों को निराधार और भ्रामक बताया था. बिजनेस टुडे से खास बातचीत में अडानी ग्रुप के CFO जुगशिंदर सिंह ने कहा था कि अडानी ग्रुप के साथ गवर्नेंस की कोई समस्या नहीं है. हिंडनबर्ग की रिपोर्ट फर्जी है.
हिंडनबर्ग का दावा
पिछले हफ्ते हिंडनबर्ग ने एक रिपोर्ट प्रकाशित की, जिसमें कहा गया था कि अडानी ग्रुप दशकों से स्टॉक हेरफेर और अकाउंटिंग धोखाधड़ी की प्लानिंग में जुटा है. फर्म ने रिपोर्ट में दावा किया था कि उसने समूह के पूर्व और वरिष्ठ अधिकारियों सहित दर्जनों व्यक्तियों से बात की है, हजारों दस्तावेजों की समीक्षा की है और लगभग आधा दर्जन देशों में उद्योग साइट का दौरा किया है.