अडानी समूह अब श्रीलंका के रीन्यूएबल एनर्जी सेक्टर में बड़े निवेश की संभावना तलाश रहा है. गौतम अडानी के साथ ग्रुप के एक 10 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को पूर्वोत्तर श्रीलंका के मन्नार जिले में एक विंड फार्म (Wind Farm-पवन ऊर्जा) का दौरा किया. यानी समूह श्रीलंका में पवन एनर्जी से बिजली उत्पादन के कारोबार में निवेश कर सकता है.
इस प्रतिनिधिमंडल को श्रीलंका की वायुसेना के हेलीकॉप्टर में ले जाया गया. श्रीलंका के सीलोन इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड (CEB) के वाइस चेयरमैन नलिंदा इलंगकून Nalinda Ilangakoon ने एक न्यूज एजेंसी को बताया, 'अडानी समूह ने श्रीलंका रीन्यूएबल एनर्जी ( विंड) में संभावित निवेश के लिए सोमवार को मुआयना किया है.'
100 मेगावॉट का प्रोजेक्ट
श्रीलंका के निवेश बोर्ड ने कहा है कि मन्नार विंड एनर्जी पार्क के फेज 2 का संचालन संभावित निवेशकों के द्वारा बिल्ड, ऑपरेट, ट्रांसफर (BOOT) आधार पर किया जाएगा. इसकी उत्पादन क्षमता 100 मेगावॉट की होगी.
हालांकि, अगर अडानी को यह प्रोजेक्ट मिला तो भी यह श्रीलंका में उसका पहला निवेश नहीं होगा. इसके पहले ही अडानी ग्रुप कोलंबो पोर्ट के वेस्टर्न कंटेनर टर्मिनल (WCT) को विकसित करने और चलाने के लिए श्रीलंका पोर्ट्स अथॉरिटी (SLPA) से एक डील पर दस्तखत कर चुका है. अडानी समूह ने श्रीलंका की स्थानीय कंपनी John Keells होल्डिंग्स और SLPA के साथ बिल्ड-ऑपरेट-ट्रांसफर (BOT) समझौते पर दस्तखत किए हैं.
एनर्जी सेक्टर में कुल 70 अरब डॉलर का निवेश
गौरतलब है कि पिछले हफ्ते ही अडानी समूह के चेयरमैन गौतम अडानी ने लंदन में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन से मुलाकात की है. इस दौरान उन्होंने बताया था कि उनका अडानी समूह ऊर्जा सेक्टर में आमूल बदलाव के लिए 70 अरब डॉलर (करीब 5.24 लाख करोड़ रुपये) का निवेश करेगा.